Advertisement
छात्रों ने बंद कराया पीजी विभाग
मुजफ्फरपुर: विवि के पीजी विभाग में फीस वृद्धि को लेकर सोमवार को छात्रों ने इतिहास विभाग सहित पॉलिटिकल साइंस, भूगोल, होम साइंस, अंगरेजी, इकोनाॅमिक्स, संस्कृत, उर्दू, फिलासपी, हिंदी आदि विभागों को बंद करा दिया. इस दौरान इतिहास विभाग की एचओडी डॉ अर्पणा कुमारी से नोंकझोंक भी हुई. उन्होंने कहा कि विवि के आदेश पर छात्रों […]
मुजफ्फरपुर: विवि के पीजी विभाग में फीस वृद्धि को लेकर सोमवार को छात्रों ने इतिहास विभाग सहित पॉलिटिकल साइंस, भूगोल, होम साइंस, अंगरेजी, इकोनाॅमिक्स, संस्कृत, उर्दू, फिलासपी, हिंदी आदि विभागों को बंद करा दिया. इस दौरान इतिहास विभाग की एचओडी डॉ अर्पणा कुमारी से नोंकझोंक भी हुई. उन्होंने कहा कि विवि के आदेश पर छात्रों से 2020 रुपये लिया जा रहा है. यह फीस बढ़ोत्तरी काफी अर्से बाद हुई है.
हम के विवि छात्र संघ अध्यक्ष संकेत मिश्रा ने आरोप लगाया है कि विवि ने फीस में वृद्धि कर गरीब छात्रों की पढ़ाई रोकने का प्रयास किया है. अचानक 282 रुपये फीस बढ़ाकर 2020 रुपये कर देना गलत है. इसके लिए छात्र संगठनों से विवि को वार्ता करनी चाहिए थी. कहा कि मंगलवार को विवि के अधिकारियों से मुलाकात के बाद ही एडमिशन होने दिया जायेगा. अगर विवि इस पर कोई निर्णय नहीं लेता है, तो आंदोलन किया जायेगा. आरोप लगाया है कि विवि की ओर से मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी जा रही है. इस मौके पर कुंदन सिंह, मुरली मनोहर, आलोक कुमार, अखिलेश यादव आदि मौजूद रहे.
ग्रेस मार्क नहीं देना था तो क्यों लिए पैसे
छात्रों का आरोप है कि विवि के शिक्षकों की गलती से पीजी के 60 प्रतशित से अधिक छात्र फेल हो गये. इस पर विवि ने अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है, जबकि विवि छात्रों से इस एवज में रिटोटलिंग के लिए प्रति विषय 75 रुपये वसूले हैं. जब ग्रेस मार्क नहीं देना था, तो छात्राें से पैसे क्यों वसूले गये. उन्होंने कहा कि ज्यादातर छात्र 70-30 व 80-20 के चक्कर में फेल हुए हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement