मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार सब जोनल कमांडर लालबाबु सहनी उर्फ भास्कर की निशानदेही पर मुजफ्फरपुर -सीतामढ़ी के एएसपी अभियान, सीआरपीएफ व एसटीएफ ने संयुक्त रुप में छापेमारी कर चार हार्डकोर नक्सली के साथ सशस्त्र महिला दस्ता के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार नक्सलियों के पास से छह डेटोनेटर, नक्सली साहित्य, पर्चा, वर्दी, बैंक एकाउंट के साथ ही अन्य आपत्तिजनक सामान की बरामदगी हुई है. भास्कर उत्तर बिहार के सब जोनल कमांडर के साथ ही पश्चिमी उत्तरप्रदेश जोनल कमिटी का सदस्य था . इसकी गिरफ्तारी से नक्सलियों की कमर टूट गयी है. पुलिस इस गिरफ्तारी को एक बड़ी कामयाबी मान रही है.
समस्तीपुर से धराया नक्सली भास्कर
आंध्रप्रदेश व समस्तीपुर की पुलिस ने संयुक्त रुप से छापेमारी कर रविवार को समस्तीपुर के काशीपुर स्थित एक मकान से भास्कर को गिरफ्तार कर लिया. भास्कर के पास से आंध्रप्रदेश का तीन मोबाइल सीम भी बरामद हुआ है. बंगरा थाना पर भास्कर से पूछताछ भी हुई भास्कर की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही मुजफ्फरपुर के एएसपी अभियान राणा ब्रजेश व सीतामढ़ी के एएसपी अभियान संजीव कुमार सिंह उसे यहां ले आये. रविवार की देर रात दाेनों पुलिस पदाधिकारियों ने भास्कर से पूछताछ भी की. पूछताछ में भास्कर ने अपने कई नक्सली साथियों के नामों का खुलासा भी किया.
दिनेश की गिरफ्तारी को भी अहम मान रही पुलिस
पुलिस द्वारा गिरफ्तार दिनेश राम उत्तर बिहार के नक्सलियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के साथ ही उनके जमानत का कार्य करता था. पुलिस ने उसके पास से आधा दर्जन पासबुक बरामद किया है. इन पास बुक से प्रतिमाह लाखों रुपये का ट्रांजक्शन हुआ है. पूछताछ में दिनेश ने बताया कि वह उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, मोतिहारी के नक्सलियों को वित्तीय सहायता पहुंचाता था. नक्सलियों को दिनेश के पासबुक से ही रुपये का आदान-प्रदान किया जाता था. हाल ही में दिनेश ने जेल में बंद नक्सली मनोज पासवान के पुत्र को अपने एकाउंट से एक लाख रुपये दिया था.
पत्नी के मोबाइल से भास्कर तक पहुंची आंध्र पुलिस
नक्सली कमांडर लालबाबु सहनी उर्फ भास्कर तक आंध्र पुलिस को उसकी पत्नी की मोबाइल ने पहुंचाया. आंध्र में नक्सली शिविर व कई घटनाओं को अंजाम देने के मामले में चिह्नित भास्कर की गिरफ्तारी के लिए वहां की पुलिस काफी दिनों से तलाश थी, लेकिन भास्कर के बार-बार सीम बदलने के कारण पुलिस को सफलता नहीं मिल रही थी. भास्कर के मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल से उसके पत्नी का नंबर आंध्र पुलिस को मिला था. भास्कर अपना मोबाइल नंबर बदल रहा था, लेकिन उसकी पत्नी का नंबर नहीं बदला था. आंध्र पुलिस भास्कर की पत्नी के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर रख उसके ठिकाने का पता लगा रही थी. पुलिस को उसके समस्तीपुर में छूपे होने की जानकारी मिली थी. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
इनकी हुई गिरफ्तारी
भास्कर की निशानदेही पर अभियान एसएसपी राणा ब्रजेश, संजीव कुमार सिंह, एसटीएफ व सीआरपीएफ ने संयुक्त रुप से छापेमारी कर रमेश राम(काशीपकड़ी),सोहन राम (काशीपकड़ी),चंदन राम, दिनेश राम (बहुआरा, राजेपुर)सहित सशस्त्र महिला दस्ता की रेखा (काशीपकड़ी)व सोनी (मकेर)को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इन नक्सलियों के पास से छह डेटोनेटर, नक्सली साहित्य, पर्चा, आधा दर्जन पासबुक, नक्सली वर्दी बरामद किया है. वर्दी रेखा के ठिकाने से बरामद हुई है.