मुजफ्फरपुर: शहर में फर्जी टैक्स दारोगा बन कर कुछ लोग गृह स्वामियों को ठग रहे हैं. नगर निगम में ऐसे ही एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है. वार्ड बदल कर तहसीलदार गृह स्वामी के पास पहुंचते हैं. वे अपने आप को टैक्स दारोगा बताते हैं. होल्डिंग टैक्स का गलत हिसाब देकर हजारों का बिल थमा देते हैं. उसे तुरंत चुकाने को बोलते हैं और नहीं देने जेल भेजने तक की धमकी भी देते हैं.
यह मामला तब सामने आया जब 23 नवंबर को वार्ड-11 के पार्षद शीतल गुप्ता अपने मित्र के टैक्स से जुड़ी समस्या को लेकर निगम कार्यालय पहुंचे. गृह स्वामी का बेटा अमन पार्षद के साथ आया था. होल्डिंग स्वामी का घर वार्ड-5 में पड़ता है.
पार्षद ने निगम के टैक्स दारोगाओं से मिल कर गृह स्वामी पर कितना टैक्स बकाया है. इसकी जानकारी मांगी. तब संबंधित वार्ड के तहसीलदार शिवशंकर चौधरी को बुला कर बकाया राशि बताने को कहा गया. तहसीलदार ने उस समय गलत हिसाब कर 29 हजार रुपये बकाया बताया. इतना सुनते ही पार्षद शीतल गुप्ता दंग रह गये.
पार्षद ने वहां उपस्थित वरीय टैक्स दारोगा अशोक कुमार सिंह को बताया कि उमेश कुमार गुप्ता (टैक्स दारोगा) होल्डिंग स्वामी के घर जा कर 72 हजार रुपये होल्डिंग टैक्स की मांग कर रहे थे. जबकि
निगम की ओर से टैक्स दारोगा उमेश कुमार गुप्ता ही होल्डिंग टैक्स इन वार्डो में टैक्स का हिसाब-किताब रखते हैं.
सारे प्रकरण के दौरान वार्ड-1 से 13 तक टैक्स दारोगा उमेश कुमार कार्यालय में उपस्थित थे. उन्होंने जब उक्त होल्डिंग की जांच कर हिसाब किया तो तीन साल का 41 हजार रुपये के करीब बकाया बताया. इतने में होल्डिंग स्वामी के लड़के से पूछा गया कि क्या यही उमेश कुमार आपके घर टैक्स दारोगा बन कर गये थे. तब लड़के ने इनकार करते हुए वार्ड के तहसीलदार शिवशंकर चौधरी की ओर इशारा करते हुए बताया कि वे दो आदमी के साथ घर पर पहुंचे थे. इसके बाद खुलासा हुआ कि वार्ड 49 के तहसीलदार भरत चौधरी नकली टैक्स दारोगा बन कर गृह स्वामी के घर पहुंचा था. लड़के ने भी भरत चौधरी को पहचान लिया.
तहसीलदार बेच रहे टैक्स दारोगा का नाम : घटना के संबंध में टैक्स दारोगा उमेश कुमार ने नगर आयुक्त सीता चौधरी को आवेदन दिया है. टैक्स दारोगा ने बताया है कि वार्ड-49 के तहसीलदार भरत चौधरी मेरा नाम बेच रहे हैं. टैक्स दारोगा ने ऐसे व्यक्ति को वसूली कार्य से हटाते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग की है.
जेल भेजने की धमकी : गृहस्वामी के बेटे ने बताया कि उसके पिता दिल्ली के किसी अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं. स्थिति काफी खराब है. जब उसने नकली टैक्स दारोगा को बकाया राशि धीरे-धीरे चुकता करने की बात कही तो तहसीलदार ने उसे जेल भेज देने की धमकी दी.