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व्यापारी से रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस को मिली कामयाबी, होमगार्ड जवान समेत चार गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर : सदर थाना पुलिस ने रेवा रोड के कपड़ा व्यवसायी वीरेंद्र ंिसह से रंगदारी मांगने व नहीं देने पर फायरिंग व बमबारी के मामले में होमगार्ड के जवान सहित चार को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद चारों को जेल भेज दिया गया है. वीरेंद्र सिंह से बीत माह भर से दस लाख रुपये […]

मुजफ्फरपुर : सदर थाना पुलिस ने रेवा रोड के कपड़ा व्यवसायी वीरेंद्र ंिसह से रंगदारी मांगने व नहीं देने पर फायरिंग व बमबारी के मामले में होमगार्ड के जवान सहित चार को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद चारों को जेल भेज दिया गया है. वीरेंद्र सिंह से बीत माह भर से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी जा रही थी. इनकार करने पर उनकी दूकान पर फायंिरग की गयी. सोमवार को अपराधियों ने बमबारी भी की थी. बमबारी के बाद वीरेंद्र ने विकास व मयंक नाम के दो युवकों पर रंगदारी मांगने व नहीं देने पर फायंिरग व बमबारी करने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
होमगार्ड के जवान गिरफ्तार
पुलिस ने रंगदारी मांगने वाले नंबर के सिम के विक्रेता राजन साह को गिरफ्तार कर लिया है. राजन सदर थाना के ही मधुबनी गांव का रहनेवाला है. इस पर फर्जी कागजात के आधार पर विकास को मोबाइल सिम देने का आरोप है. वहीं, पुलिस ने विकास व मयंक के इस अपराध में सहयोग करने उसे आश्रय देनेवालों की भी गिरफ्तारी की है. विकास के पिता होमगार्ड के जवान उदय शंकर ंिसह, मयंक के पिता सदर थाना के पताही जगन्नाथपुर निवासी उमेश ठाकुर व उसे शरण देने के आरोप में तुर्की थाना के कोदरिया निवासी अजय कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. कपड़ा व्यवसायी वीरेंद्र कुमार से विगत 16 अगस्त से ही
दस लाख रुपये रंगदारी की मांग की जा रही है.

अपराधियों ने 17 अगस्त को वीरेंद्र की दुकान पर गोली भी चलायी थी. इसके बाद हरकत में आयी पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर 22 अगस्त को विकास नामक एक युवक को इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन जमानतीय धारा होने के कारण वो एक दिन में छूट गया. इसके बाद फिर विकास ने हरकत करना शुरू कर दिया. सोमवार को पुन: अपराधियों ने सुरभि ड्रेसेज पर बमबारी की. बमबारी के समय सुरभि ड्रेसेस की सुरक्षा में तैनात कार्बाइनधारी दो जवान मौके पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने किसी तरह की तत्परता नहीं दिखायी. घटना के दौरान दोनों अपनी कार्बाइन बचाने में लगे थे, जब व्यापारी हंगामा करने लगे, तो ये लोग खैनी खा रहे थे. इसके बाद दोनों जवानों को व्यापारियों ने पीट कर मौके से भगा दिया था. साथ ही सदर थानाध्यक्ष पर बदमाशों से मिली भगत का आरोप लगाया था. उन्हें सिटी एसपी के साथ वार्ता में शामिल नहीं होने दिया था. यही नहीं मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष को थाने तक खदेड़ा था.
अब तक तीन प्राथमिकी
वीरेंद्र से दस लाख की रंगदारी मांगे जाने के मामले में अब तक तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पहला मामला 17 अगस्त को दर्ज हुआ था. इस समय वीरेंद्र की दुकान पर फायरिंग की गयी थी. इसके बाद पांच सितंबर को भी प्राथमिकी हुई थी. इसके बाद 14 सितंबर को बम फेंकने की घटना हुई. इसको लेकर दो लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज है. जिनमें से दोनों के पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
मंगलवार को बंद थीं दुकानें
वीरेंद्र से रंगदारी मांगे जाने को लेकर मंगलवार को भी रेवा रोड की दुकानें बंद थीं. लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की थी. इन लोगों का कहना था कि सिटी एसपी ने 24 घंटे के अंदर आरोपितों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इन लोगों ने आगे आंदोलन का ऐलान किया था, लेकिन इसी बीच मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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