मुजफ्फरपुर: जिला बार एसोसिएशन की शनिवार को आयोजित बैठक हंगामेदार रही. एसोसिएशन की आय बढ़ाने के प्रस्ताव का सदस्यों ने जम कर विरोध किया. विरोध के बावजूद सदस्यों की मासिक सदस्यता शुल्क दस से बढ़ा कर पंद्रह रुपये करने व चेंबर शुल्क को डेढ़ सौ से बढ़ा कर दो सौ करने संबंधी प्रस्ताव पारित किये गये. जेनरेटर पर बढ़ रहे खर्च को लेकर अध्यक्ष नवल किशोर सिन्हा की ओर से आम सदस्यों की सभा बुलायी गयी थी.
इस मौके पर महासचिव सच्चिदानंद प्रसाद सिंह ने जेनरेटर पर होने वाले खर्च व उसके रख रखाव को मेंटेन करने के लिए सदस्यों का मासिक शुल्क व चेंबर के मासिक शुल्क में वृद्धि का प्रस्ताव रखा. इस पर विरोध प्रकट करते हुए डॉ संगीता शाही ने कहा कि इससे सदस्यों पर बोझ बढ़ेगा. खर्च को मैनेज करने के लिए दुकानदारों का किराया बढ़ाया जा सकता है. अधिवक्ता प्रवीण कुमार ने कहा कि पहले हमलोगों के समक्ष आय-व्यय का ब्योरा रखा जाये, जिससे हमलोगों को पता चले कि हमारी आय क्या है व उसे बढ़ाने के स्नेत क्या है. अधिवक्ताओं को बिना ब्योरा दिये आर्थिक बोझ नहीं दिया जा सकता. अधिवक्ता कमलेश कुमार ने कहा कि पहले पदाधिकारी आय-व्यय का ब्योरा रखें. इसके बाद ही सभा में किसी तरह का प्रस्ताव लाया जाये. संयुक्त सचिव केशव कुमार ने कहा कि आय के प्रस्ताव को कार्यकारिणी ने पहले ही खारिज कर दिया है. एसोसिएशन के पास आय के और स्नेत हैं. हालांकि अन्य सदस्यों ने प्रस्ताव का समर्थन किया.
सभा की अध्यक्षता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल किशोर सिन्हा ने की. इस मौके पर अधिवक्ता रवि प्रताप, अनिल कुमार, रूबी देवी, सुधीर कुमार ओझा, अरविंद कुमार शर्मा, डॉ राजेश अनुपम, चंद्रिका ठाकुर, अतुल कुमार, रामकृष्ण ठाकुर, ललितेश्वर प्रसाद मिश्र, प्रवीण कुमार, कमलेश कुमार, केशव कुमार, राजू शुक्ला, सतीश कुमार ने सभा में अपनी बातें रखीं.