मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के डेढ़ दर्जन पीजी विभाग में दो दर्जन से भी अधिक कंप्यूटर व लैपटॉप गायब होने का मामला प्रकाश में आया है. पीजी विभागों को ये लैपटॉप व कंप्यूटर शोध कार्यो के साथ ही शैक्षणिक उन्नयन व विषयों की अद्यतन जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से दिये गये थे.
नैक मूल्यांकन की तैयारी को लेकर आइक्यूएसी की टीम जब विभागों में गयी तो इसका खुलासा हुआ. आईक्यूएसी द्वारा कंप्यूटर व लैपटॉप मांगे जाने पर उपलब्ध नहीं होने की बात बतायी गयी है.
तीन वर्ष पूर्व पीजी विभागों को मिले थे कंप्यूटर : विश्वविद्यालय के करीब डेढ़ दर्जन पीजी विभागों को यूजीसी द्वारा दशवीं, ग्यारहवीं व बारहवी पंचवर्षीय योजना के तहत करीब दो दर्जन से भी अधिक लैपटॉप व कंप्यूटर के लिए राशि दी गयी थी . विभागों द्वारा कंप्यूटर व लैपटॉप की खरीदारी भी की गयी. इसे विभाग में वितरण भी किया गया. लेकिन इधर नैक मूल्यांकन की तैयारी के लिए विभागों में पहुंची आईक्यूएसी टीम को एक भी कंप्यूटर व लैपटॉप नहीं मिले.
आश्चर्य की बात तो यह है कि किस विभाग को कितने कंप्यूटर व लैपटॉप आवंटित किये गए इसकी जानकारी अधिकारी व कर्मचारियों को भी नहीं है. विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने इस संबंध में बताया कि सभी पीजी विभागाध्यक्षों को पत्र भेजकर यूजीसी के दशमी, ग्यारहवी व बारहवी योजना के तहत कितने लैपटॉप व कंप्यूटर खरीदे गये हैं, इसकी जानकारी मांगी जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवायी की जायेगी .