मुजफ्फरपुर: जिले के 39 अवैध शराब कारोबारियों की संपत्ति जब्त होगी. इसमें आधा दर्जन स्पिरिट के माफिया व डिस्लेरी मालिक भी शामिल हैं. इनकी वजह से राज्य सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगा है.
अवैध तरीके से जिले में जो स्पिरिट की सप्लाई करते टैंकर सहित पकड़े गये हैं. उनमें दो डिस्लेरी कंपनी अरुणाचल प्रदेश के भी हैं. उत्पाद विभाग ने अवैध शराब कारोबारियों की सूची तैयार कर सरकार के पास भेज दिया है. इसमें कारोबारियों का नाम, पता और अवैध कारोबार से होने वाले राजस्व की क्षति का आकलन भी शामिल है.
पहले पुलिस ने शुरू की थी कार्रवाई : आर्थिक अपराध कोषांग के गठन के बाद जिला पुलिस ने सबसे पहले अवैध कारोबारियों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू की थी. यह कार्रवाई तत्कालीन एसएसपी राजेश कुमार ने शुरू किया था. तत्कालीन एसएसपी राजेश कुमार के निर्देश पर ही मोतीपुर के सबसे बड़े शराब व स्पिरिट के अवैध कारोबारी विश्वनाथ साह, सीताराम राय के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई थी. इसके बाद आर्थिक अपराध की टीम ने पारू थाना क्षेत्र के संदीप सिंह के यहां छापेमारी कर अवैध फैक्टरी को पकड़ा था. उत्पाद विभाग से राजस्व क्षति का आकलन कर आर्थिक अपराध शाखा को भेज दिया था. इसके बाद संदीप के भी करोड़ों की संपत्ति जब्त करने की पहल जारी है.