मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के विभिन्न कॉलेजों में वोकेशनल कोर्स में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा दे चुके करीब 2600 छात्रों का नामांकन अधर में है. कॉपियों की जांच के लिए परीक्षकों का पैनल नहीं बन पाने के कारण करीब तीन सप्ताह बाद भी प्रवेश परीक्षा के कॉपियों की जांच शुरू नहीं हो सकी है. ऐसे में छात्र-छात्राएंअवसर की तलाश में किसी दूसरे विवि का रुख कर सकते हैं. इससे कई कॉलेजों में निर्धारित सीटों के खाली रह जाने की संभावना है.
गत 16 सोलह जुलाई को करीब एक दर्जन वोकेशनल कोर्स में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की गयी. इसके कॉपियों की जांच के लिए तत्कालीन सीसीडीसी विनोद प्रसाद सिंह ने 18 जुलाई को शिक्षकों का पैनल कुलपति के पास भेज दिया. बताया जाता है कि विवि की ओर से पैनल में कुछ और शिक्षकों के नाम जोड़े भी जा चुके हैं. पर इस पर अंतिम सहमति नहीं बन सकी है.
पैनल घोषित करने में देरी के कारण रिजल्ट के लिए छात्र-छात्राओं को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है. कॉलेज प्रशासकों को भय है कि नामांकन में संशय के कारण छात्र दूसरे कोर्स या ओपेन विश्वविद्यालय की ओर रुख कर सकते हैं.
इस संबंध में कई प्राचार्यो ने सीसीडीसी से मिल कर अपनी चिंता भी प्रकट कर चुके हैं. इधर सीसीडीसी डॉ विनोद प्रसाद सिंह ने बताया कि कॉलेजों की चिंता जायज है. वे खुद कुलपति से मिल कर उनकी चिंता से अवगत करायेंगे.