मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक का पद करीब 14 माह से प्रभारी के भरोसे चल रहा है. इसके कारण विवि समेत कॉलेजों में एनएसएस की गतिविधियां पूरी तरह से ठप है. कॉलेजों में नामांकन का समय है, लेकिन छात्र-छात्राओं को एनएसएस में नामांकन लेने से संबंधित कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा है. कॉलेज कार्यक्रम पदाधिकारी भी इसको लेकर दिलचस्पी नहीं है.
सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों में पूरी तरह से एनएसएस की गतिविधियां ठप हो चुकी है. इसके कारण जहां कॉलेज के छात्र-छात्राएं एनएसएस से काफी दूर हो गये हैं. वहीं युवा एवं खेल मंत्रलय का आदेश भी बीआरए बिहार विवि प्रशासन के सामने बेअसर साबित हो रहा है.
ठंडा बस्ते में बहाली की प्रक्रिया
29 मई 2012 को तत्कालीन एनएसएस समन्वयक डॉ राकेश कुमार सिंह का टर्म पूरा होने के बाद तत्कालीन वीसी डॉ विमल कुमार ने इसके लिए विज्ञापन निकाल आवेदन आमंत्रित किया था. इसके लिए मात्र दो आवेदन आये. इसके बाद वीसी ने पुन: आवेदन के लिए विज्ञापन निकाला, लेकिन दोबारा भी दो से अधिक आवेदन नहीं आये. इसके बाद तत्कालीन वीसी व रजिस्ट्रार दोनों हटा दिये गये थे.
नये कुलपति डॉ रवि वर्मा व कुलसचिव डॉ विवेकानंद शुक्ला ने तीसरी बार विज्ञापन निकाले बगैर संचिका पर पहले से आ चुके दो आवेदन पर ही बहाली की प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दे चुके हैं, लेकिन आज तक विवि कोई कार्रवाई नहीं की है.