मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच में बच्च बदलने का मामला सामने आया है. इसको लेकर स्त्री व प्रसव विभाग में भरती पीड़िता उषा देवी ने अस्पताल अधीक्षक से शिकायत की है. महिला का कहना है कि ऑपरेशन से उसने पुत्र को जन्म दिया. उसकी परची पर डॉक्टर ने भी लड़का लिखा था.
इसी दौरान करीब एक घंटे बाद उसके पास आयी एक नर्स ने बच्च को देख परची पर लड़की लिख दिया. उसे शक है कि बच्चे को बदल दिया गया है. महिला व उसके पति रवींद्र ठाकुर ने अधीक्षक से छानबीन कर न्याय की गुहार लगायी है.
उषा देवी सरैया थाना के नरगी जीवनाथ गांव की रहने वाली है. प्रसव पीड़ा होने पर 27 नवंबर को परिजनों ने उसे सरैया पीएचसी में भरती कराया था. वहां से उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया. 28 को भरती किया गया. अगले दिन को सुबह 11.30 बजे उसे ओटी में ले जाया गया. करीब 12 बजे ऑपरेशन हुआ.
कसको कौन बच्चा हुआ, यह याद रखना मुश्किल है. आखिर यह मामला क्या है, रिकॉर्ड देख कर ही बताया जा सकता है. बुधवार को इसकी छानबीन करायी जायेगी.
डॉ आभा सिन्हा, विभागाध्यक्ष, स्त्री एवं प्रसव रोग विभाग
पीड़िता का पति आवेदन लेकर आया था. उसे पढ़ने के बाद जब उससे बातचीत की गयी तो शंका होने की बात सामने आयी है. इस तरह की घटना मेडिकल में नहीं होती है. उसे शक हो गया है, जिसे समझा कर दूर कर दिया गया है. वैसे इसकी छानबीन भी करायी जायेगी.
डॉ जीके ठाकुर, अस्पताल अधीक्षक, एसकेएमसीएच
परची पर लड़का की जगह लड़की लिखा
उषा के पति रवींद्र ने बताया कि उस दिन कई महिलाओं का ऑपरेशन किया गया. पत्नी के ऑपरेशन के बाद पता चला कि उसे बेटा हुआ है. इसके करीब एक घंटे बाद नर्स ने पूछताछ की. परची पर लड़का की जगह लड़की लिख दिया, तब शक होने लगा. पत्नी के पास देखा तो लड़की ही रखी थी. पत्नी को भी भरोसा नहीं हो रहा कि यह उसका बच्च है. जरूर बच्चे को बदल दिया गया तभी तो परची पर लड़का की जगह लड़की बना दिया गया. न्याय नहीं मिला तो हम पुलिस का दरवाजा खटखटाएंगे.