मुजफ्फरपुर: ‘हुजूर, जब भी गृह निर्माण कार्य शुरू करवाती हूं कि कुछ दबंग पड़ोसी नहीं बनाने देते हैं. जब भी काम शुरू होता है तो मारपीट पर उतारू हो जाते हैं. यहां तक लेबर-मिस्त्री को भी मारपीट की धमकी देकर भगा देते हैं.
हमे बिना काम के उसे पैसा देना पड़ता है. अब तो कोई लेबर-मजदूर भी यहां काम करने को तैयार नहीं हो रहे. हमें न्याय दिलवाने का कष्ट करें.’ यह पीड़ा है पटियासा चौक निवासी मो. नेमतुल्ला की पत्नी नूर बीबी की. वह सोमवार को अहियापुर थाना क्षेत्र के पटियासा पंचायत भवन पर लगे जनता दरबार में शामिल एसएसपी से न्याय की गुहार लगा रही थी. एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र ने थानाध्यक्ष यतींद्र कुमार सिंह को त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया. इस दौरान एसएसपी ने कहा कि जिन्हें आवेदन लिखने नहीं आता है, वे सीधे आकर मुझसे बात करें.
सहदुल्लापुर के उदय राम की पत्नी रेखा देवी ने बताया कि गौरीशंकर सिंह की जमीन में उसके ससुर ही घर बना कर रहे थे. उसी में रहती हूं. अब वे जमीन खाली करने के लिए बार-बार प्रताड़ित करते हैं और घर जला देने की धमकी तक देते हैं. पटियासा के वैद्यनाथ राम ने कहा कि बच्च बाबू के यहां वर्षो से मजदूरी करते थे. उन्होंने आश्वासन दिया था कि घर बनाने के लिए जमीन दूंगा, लेकिन जब उनसे घर बनाने के लिए जब जमीन मांगा तो उन्होंने धक्के देकर बाहर निकाल दिया दिया. पटियासा वार्ड नंबर एक के महादलित बस्ती के लोगों ने रास्ते नहीं होने की शिकायत की. कुछ लोगों ने ईश्वरपट्टी मध्य विद्यालय के पास दारू बेचे जाने की शिकायत की. मौके पर डीएसपी अनिल कुमार सिंह, अनुसूचित जाति जनजाति थानाध्यक्ष जंगो राम, महिला थानाध्यक्ष कुमारी किरण, पटियासा के मुखिया विपिन कोईराला, गरहा पंचायत के मुखिया बैजू प्रसाद यादव, अब्दुल नगर माधोपुर के मुखिया विनोद राम आदि मौजूद थे.