मुजफ्फरपुर: नगर निगम की लापरवाही व प्रशासन की सुस्ती का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. शहर की कई गलियों व मोहल्लों में पिछले दस दिन से बारिश का पानी जमा है. पानी को निकालने को लेकर नगर निगम की ओर से कोई खास पहल नहीं की जा रही है. हालात यह हो गया है कि लंबे समय से जमा पानी से अब दरुगध भी निकलना शुरू हो गया है.
पानी इतना गंदा हो गया है कि उसमें थोड़ी देर खड़ा होने पर इसका साइड इफेक्ट तुरंत देखने को मिल रहा है. पैर में खुजली के साथ घाव व फुंशी तक निकल रहे हैं. मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है. इससे सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों को है. शहर के कई मोहल्ले में स्थिति भयावह है. वहां अभिभावकों ने अपने बच्चों को गंदा पानी से होकर स्कूल जाने से मना कर दिया है. अब तो लोगों को दरुगध मार रहे पानी के कारण शहर में महामारी न फैलने का डर सताने लगा है. जल जमाव से प्रभावित मोहल्ले के लोगों का अब निगम से भरोसा टूट गया है. लोग घर के आसपास खुद कीटनाशक का छिड़काव कर रहे हैं. ताकि, बारिश व नाले के पानी से उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
व्यवसाय चौपट
साल भर तक नाले का पानी सड़क पर जमा रहने वाले धर्मशाला चौक, इस्लामपुर, मोतीझील, स्टेशन व सदर अस्पताल रोड की स्थिति ज्यादा खराब हो चुकी है. इस्लामपुर में रहने वाले मो तौहीद आजम बताते हैं कि दस दिनों से पानी जमा है. इससे व्यवसाय चौपट है.
कन्हौली मठ व श्रमजीवी नगर की समस्या बरकरार : वार्ड 48 के शक्ति नगर, शारदा नगर व आसपास नाला जाम रहने से जलजमाव की स्थिति जस की तस है. रुक-रुक कर बारिश होने के कारण पानी कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है. निचले इलाके के कई घरों में भी पानी घुस गया है. इससे लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है. यही परेशानी गोबरसही के श्रमजीवी नगर के लोगों की भी है. यहां तो दूसरे मोहल्लों का पानी नाले से बह कर सड़क पर भर गया है. ऊपर से बारिश के कारण स्थिति काफी खराब हो गयी है. शारदा नगर निवासी राजदेव राय शर्मा, विद्या शर्मा, नारायण प्रसाद सिंह, साकेत बिहारी, सुरेश ठाकुर का कहना है कि वार्ड के पार्षद को कई बार कहा गया, लेकिन उसने हाथ खड़ा कर दिया. क्षेत्र नगर विधायक का पड़ता है. राजदेव राय शर्मा ने बताया कि बारिश के बाद वे लोग आपस में बैठ जल्द ही निगम को टैक्स नहीं देने से संबंधित फैसला लेंगे.