मुजफ्फरपुर: जंकशन पर यात्रियों के भीड़ के बीच यूटीएस टिकट में फर्जीवाड़ा का खेल जोरों पर है. फर्जी टिकट बना भोले-भाले यात्रियों को ठगने वाला गिरोह पूरी तरह से सक्रिय है. प्रतिदिन दर्जनों यात्री इस गिरोह का शिकार हो रहे हैं. गिरोह में यूटीएस काउंटर के एक-दो बुकिंग क्लर्क की संलिप्तता भी संदिग्ध दिख रही है. मगर रेलवे से लेकर जीआरपी पुलिस गिरोह के सदस्यों को पकड़ने में नाकाम है.
बुधवार को पवन एक्सप्रेस से मुजफ्फरपुर-लोकमान्य तिलक को जाने के लिए चार यात्रियों ने एक साथ काउंटर नंबर तीन से टिकट कटाया. चारों यात्री सीतामढ़ी जिले के रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के रहनेवाले अमृतेश कुमार, चंदन कुमार, मनोज कुमार व जयलाल महतो है. टिकट कटाने के बाद जब वे ट्रेन पकड़ने के लिए प्लेटफॉर्म पर पहुंचे, तब टिकट देख टीटीइ व आरपीएफ के जवान ने उन्हें यह कहते हुए नहीं चढ़ने दिया कि टिकट फर्जी है. इसके बाद सभी भाग कर काउंटर नंबर तीन पर पहुंचे. ड्यूटी में तैनात महिला कर्मी को टिकट दिखाया, उसने कहा कि यह टिकट यहां से नहीं लिया गया है. टिकट रेलवे का है, लेकिन फर्जी है. यात्री महिला कर्मी को बार-बार काउंटर नंबर तीन से टिकट लेने की याद दिलाते रहा, लेकिन कर्मी ने उसे डांट कर वहां से भगा दिया.
इसके बाद चारों यात्री इसकी शिकायत करने आरपीएफ थाने पहुंचे. पुलिस ने जब जांच-पड़ताल की, तब पता चला कि जनसाधारण टिकट काउंटर (जेटीएस) से चारों टिकट कटा है, लेकिन मुजफ्फरपुर-लोकमान्य तिलक का यह टिकट नहीं है. फर्जी प्रिंट कर टिकट को लोकमान्य का बनाया गया है. जबकि, चारों टिकट का नंबर सीरियल से था.
वीडियो फुटेज से फर्जीवाड़ा का होगा खुलासा : जंकशन पर यात्रियों की उमड़ रही भीड़ के बीच जिस तरह से फर्जी टिकट का खेल हो रहा है. इसका खुलासा वीडियो फुटेज से आसानी से हो सकता है.
बुधवार को काउंटर नंबर तीन से टिकट की खरीदारी करने वाले चारों यात्री बार-बार अधिकारियों से इसकी गुहार लगा रहे थे. उनका कहना था कि हम झूठ बोल रहे हैं, लेकिन वीडियो फुटेज तो सही बतायेगा. फुटेज की सही से जांच हो जायेगी, तो फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह ही नहीं इसमें शामिल रेल कर्मी की भी शिनाख्त आसानी से हो जायेगी. चारों यात्रियों ने इसकी लिखित शिकायत डाक के माध्यम से सोनपुर मंडल के सीनियर डीसीएम समेत अन्य वरीय अधिकारियों से की है. साथ ही उनसे वीडियो फुटेज की जांच करा दोषी रेल कर्मी को पहचान करने की भी मांग की है.