मुजफ्फरपुर : तिलक मैदान रोड स्थित गांधी चंपारण यात्रा से जुड़ी हृदयस्थली पर महात्मा गांधी व गोखले की मूर्ति लगाने को लेकर सरकार ने रिपोर्ट मांगी है. शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ विनोदानंद झा ने अपर समाहर्त्ता रंगनाथ चौधरी को पत्र लिख कर बताया है कि हृदयस्थली के बारे में जो भी जानकारी भेजी गयी है. वह सन 1934 से संबंधित है, जिसमें गांधी जी व कुंजरू जी तो हो सकते थे, लेकिन उस समय गोपाल कृष्ण गोखले जी जीवित नहीं थे.
इस स्थिति में तीनों महापुरुषों मूर्ति किस रूप में स्थापित होगा इसे स्पष्ट करे. चूंकि यह प्रसंग चंपारण सत्याग्रह से जुड़ा नहीं है, ऐसे में यहां मूर्ति लगाना उचित प्रतीत नहीं होता है. दरअसल हृदयस्थली व सफी दाउदी के बारे में जिला प्रशासन से जो रिपोर्ट भेजी गयी थी कि उसमें बताया गया था कि हृदयस्थली तिलक मैदान रोड में स्थित है.
1934 में बिहार में आये विनाशकारी भूकंप में राहत कार्यों का संचालन यहीं से हुआ था. सफी दाउदी ने करीब साढ़े तेरह कट्ठा जमीन दी थी. यहां सर्वेंट ऑफ इंडिया सोसायटी द्वारा भवन का निर्माण कराया गया. जिसका शुभारंभ 23 अप्रैल 1934 को गांधी जी ने किया था. गोपाल कृष्ण गोखले के नाम पर ही गोखलेपुरी स्कूल की स्थापना हुई.