मुजफ्फरपुर : ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के बथुआ नर्सिंग होम के समीप एक मां अपने तीन माह के बेटे को फल की टोकरी में रख कर फरार हो गयी. बच्चे के रोने की आवाज पर फल बेच रही महिला की नजर उस पर पड़ी. उसने टोकरी से बच्चे को निकाल अपनी गोद में रख लिया. करीब आधे घंटे तक बच्चे के परिजनों का इंतजार किया, लेकिन जब कोई नहीं पहुंचा तो इसकी सूचना पुलिस को दी. जमादार मनोज कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. बच्चे को इलाज के लिए केजरीवाल हॉस्पिटल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने उसे पूरी तरह से स्वस्थ बताया है.
नंगे बदन था बच्चा, लोगों ने खरीदा कपड़ा : फल की टोकरी में पड़ा बच्चा नंगा था. आसपास के लोगों ने कपड़ा खरीद कर बच्चे को पहनाया. मौके पर करीब 50 मिनट में बच्चे के पांच दावेदार पहुंच गये. सभी लोग बच्चे को अपना संतान बता रहे थे. इस दौरान उनके बीच नोकझोंक भी हुई. एक साथ पांच दावेदारों के पहुंचने के बाद पुलिस भी भौचक रह गयी. सख्ती से पूछताछ करने पर सभी मौके से भाग खड़े हुए.
विक्षिप्त मां ने रखा था टोकरी में
सिकंदरपुर के रहने वाले विराजी सहनी देर शाम बच्चे का फोटो व अन्य सबूत लेकर ब्रह्मपुरा थाने में पहुंचे. थानेदार उपेंद्र सिंह के समक्ष उक्त फोटो व सबूत को रख बच्चे को अपना बताया. उसने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी चिंता देवी मानसिक रूप से विक्षिप्त है. वह दोपहर में मजदूरी करने घर से बाहर गया था. इस बीच बच्चे को लेकर वह घर से निकल गयी. देर शाम जब काम से लौटा तो घर में बच्चा नहीं था. पत्नी से पूछा तो बोली कि बच्चे को ब्रह्मपुरा में छोड़ आयी है. इसके बाद उसने खोजबीन करनी शुरू की.
बच्चे के माता- पिता की पहचान हो गयी है. बच्चे की मां की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. वह बच्चे को छोड़ कर चली गयी थी. कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद बच्चे को परिजनों को सौंप दिया जायेगा.
उपेंद्र सिंह, ब्रह्मपुरा थानेदार