स्वास्थ्य विभाग के पास इन मरीजों का आंकड़ा नहीं
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रहें सावधान, जिले में डेंगू का प्रकोप, 30 मरीजों में मिले लक्षण
स्वास्थ्य विभाग के पास इन मरीजों का आंकड़ा नहीं मुजफ्फरपुर : इन दिनों जिला डेंगू के प्रकोप में है. इसके मरीजों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जिले में अब तक 30 मरीजों के मिलने की पुष्टि हुई है. एसकेएमसीएच के माइक्रोबाइलॉजी विभाग ने एलीजा जांच के बाद मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि की […]
मुजफ्फरपुर : इन दिनों जिला डेंगू के प्रकोप में है. इसके मरीजों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जिले में अब तक 30 मरीजों के मिलने की पुष्टि हुई है. एसकेएमसीएच के माइक्रोबाइलॉजी विभाग ने एलीजा जांच के बाद मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि की है, जबकि निजी अस्पतालों में आ रहे मरीजों का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है.
डॉक्टरों की मानें तो क्लिनिकों में औसतन रोज 20 से 30 मरीज डेंगू के लक्षण लेकर पहुंच रहे हैं. निजी स्तर पर एन वन एस वन जांच में डेंगू की पुष्टि हो रही है, लेकिन सरकारी महकमा एलीजा टेस्ट को ही डेंगू की प्रमाणिक जांच मान रहा है. हालांकि जिले में एन वन एस वन जांच में पॉजीटिव आने वाले मरीजों का आंकड़ा भी स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है.
निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर कहते हैं कि जिले में डेंगू के काफी मरीज हैं, लेकिन विभाग की ओर से एन वन एस वन जांच को डेंगू नहीं मानने के कारण ये विभाग को मरीजों का डाटा नहीं भेजते. पीएचसी में डेंगू के मच्छरों के खात्मे के लिए डीडीटी का छिड़काव नियमित अंतराल पर नहीं हो रहा है. संभावित मरीजों की संख्या भी जिले के पास नहीं है. हालांकि इसके लिए मुख्यालय से कई बार निर्देश दिया जा चुका है. बावजूद पीएचसी स्तर पर इसकी मॉनटरिंग नहीं की जा रही है.
पीएचसी स्तर पर बीमारी की रोकथाम के लिए भी कोई इंतजाम नहीं किये गये हैं. सदर अस्पताल में डेंगू के इलाज के लिए वार्ड बनाने का निर्देश तीन महीने बाद भी अधर में पड़ा है.
एसकेएमसीएच में जांच में पुष्टि, निजी अस्पतालों में भी चल रहा कई मरीजों का इलाज
प्रखंड संख्या
औराई 3
बंदरा 1
बोचहां 1
गायघाट 1
कटरा 1
कांटी 2
कुढ़नी 0
मोतीपुर 1
मीनापुर 0
मुशहरी 10
मुरौल 0
मड़वन 0
पारू 1
सकरा 1
साहेबगंज 2
सरैया 2
शहरी क्षेत्र 4
मुशहरी में सबसे ज्यादा पीड़ित
मुशहरी में डेंगू के सबसे अधिक पीड़ित मिले हैं. यहां अब तक 10 मरीजों की पहचान की गयी है. हालांकि इन क्षेत्राें में डेंगू की रोकथाम के लिए दवाओं का छिड़काव नहीं किया गया. यहां बचाव के लिए जागरूकता भी नहीं चलायी गयी है. पीएचसी की ओर से मरीजों की मॉनीटरिंग भी नहीं की जा रही है. यहां से डेंगू के संभावित लक्षण वाले कई मरीज इलाज के लिए निजी चिकित्सक के यहां पहुंच रहे हैं.
सभी पीएचसी को डेंगू जैसे लक्षणों वाले मरीजों को जांच के लिए एसकेएमसीएच भेजने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा पीड़ित मरीजों के आसपास दवा का छिड़काव करने के लिए भी कहा गया है. जांच में डेंगू की पुष्टि होने के बाद विभाग की ओर से इलाज का प्रबंध किया गया है.
डॉ ललिता सिंह, सिविल सर्जन
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