लगान की दर जमीन के किस्म के आधार पर निर्धारित होती है. पहले किसान की जमीन का जितना लगान बनता था, उतनी ही राशि उनसे ली जाती थी. पिछले साल से इसमें बदलाव हुआ है. सरकार ने पांच रुपये के गुणक में लगान लेने का फैसला किया. इसके बाद यदि जमीन का लगान एक रुपया से लेकर 4.99 रुपये तक होता, तो किसान को पांच रुपये देने पड़ते थे. इसी तरह 5.01 रुपये से 9.99 रुपये तक की जमाबंदी के लिए किसान को दस रुपये देने पड़ते थे. अब सरकार ने दस रुपये के गुणक में लगान लेने का फैसला लिया है.
यानी अब यदि जमाबंदी एक रुपया से लेकर 9.99 रुपये के बीच है, तो किसान को 10 रुपये देने होंगे. इसी तरह 11.01 रुपये से 19.99 रुपये की जमाबंदी के लिए किसान को 20 रुपये देने होंगे. ऐसा ही ‘सेस’ की राशि पर भी होगा. इसके बाद लगान रसीद कटाने में देरी होती है, तो किसानों की जेब पर भी लेट फाइन दस के गुणक में ही बढ़ेगा.