मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में परीक्षा के बाद परीक्षार्थी लोक सूचना के अधिकार के तहत अपनी कॉपी की छाया प्रति प्राप्त कर सकेंगे, लेकिन इसके लिए उन्हें प्रति कॉपी एक हजार रुपये चुकाने होंगे. सोमवार को परीक्षा बोर्ड ने परीक्षा नियंत्रक डॉ अजय कुमार सिंह के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
इससे पूर्व शुल्क को लेकर अधिकारियों के बीच मतभेद था. लोक सूचना पदाधिकारी डॉ रघुनंदन प्रसाद सिंह ने परीक्षा नियंत्रक के एक हजार रुपये प्रति कॉपी के प्रस्ताव का विरोध किया था.
उनका तर्क था, कॉपी की छाया प्रति के लिए इतनी राशि लेना आरटीआइ की मूल भावना से खिलवाड़ है. इसके लिए उन्होंने अधिकतम दर दो सौ रुपये प्रति कॉपी का प्रस्ताव कुलपति के समक्ष रखा था. बैठक में दोनों प्रस्ताव पर चर्चा हुई. अंत में कॉपियों के रख-रखाव में खर्च को ध्यान में रखते हुए एक हजार रुपये प्रति कॉपी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी. बोर्ड के इस निर्णय को लेकर विरोध भी शुरू हो गया है. छात्र समागम, छात्र राजद सहित अन्य छात्र संगठनों ने इसका विरोध किया है. इस संबंध में कुलपति डॉ पंडित पलांडे से बात की गयी, तो उन्होंने कहा, इससे संबंधित प्रस्ताव परीक्षा नियंत्रक की ओर से आया था.