मुजफ्फरपुर : डीएन हाइस्कूल में दैविक मंत्रोच्चार के बीच जैसे ही राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री मदन मोहन झा के साथ अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित किया, बादलों ने पानी की बौछार शुरू कर दी. मानों सुबह से ही आसमान में उमड़-घुमड़ रहे बादलों को भी इसी पल का इंतजार था. मौका था बाबा गरीबनाथ व बाबा दूधनाथ मंदिर में आयोजित होने वाले ऐतिहासिक श्रावणी मेला के उद्घाटन समारोह का. खुद मंत्री ने जब उद्घाटनकर्ता के रूप में बोलना शुरू किया,
तो स्वीकार किया कि वर्तमान में बिहार में बाबा गरीबनाथ मंदिर से बड़ा कोई तीर्थस्थल नहीं है. जितनी संख्या में श्रद्धालु सावन के महीने में यहां जलाभिषेक के लिए आते हैं, शायद ही कहीं इतनी संख्या में लोग आते हैं. उन्होंने धर्म को विकास से जोड़ते हुए कहा कि जितना अच्छा पर्व होगा, उतना ही ज्यादा विकास भी होगा. पटना में आयोजित प्रकाश पर्व की चर्चा करते हुए मदन मोहन झा ने कहा कि समारोह से देश-विदेश में बिहार की छवि सुधरी है.
पहले लोग यहां के लॉ एंड ऑर्डर की खराब स्थिति की चर्चा करते थे. लेकिन, जब देश-विदेश से यहां लाेग आये, तो उनकी धारणा बदल गयी. अब वे बिहार के आतिथ्य की चर्चा करते हैं. उन्होंने कहा कि जलाभिषेक के लिए दूसरे जिलों, राज्यों, यहां तक की नेपाल से आनेवाले लोगों की क्षमता के अनुसार सेवा करें, ताकि जब वे यहां से लौटे तो उनकी जुबान पर मुजफ्फरपुर का नाम रहे.
37 लाख रुपये दिये, खर्च होने पर और देंगे : राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री ने कहा कि श्रावणी मेला के आयोजन के लिए जिला प्रशासन को इस साल 37 लाख रुपये विभाग से दिये गये हैं. लेकिन, लोगों की सुविधाओं के लिए यदि और राशि की जरूरत होगी, तो प्रशासन बेझिझक डिमांड करें, हम (विभाग) और राशि देने को तैयार हैं. मेला के उद्घाटन समारोह से पूर्व मंत्री बाबा गरीबनाथ का दर्शन करने मंदिर भी गये थे. उसकी चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मंदिर के ठीक सामने नाला खुला हुआ है. उसे बनवाने की जरूरत है. उन्होंने डीएम धर्मेंद्र सिंह को इसके लिए पहल का निर्देश दिया. बाबा गरीबनाथ मंदिर न्यास समिति के सचिव एनके सिन्हा ने कांवरिया पथ के सौंदर्यीकरण का मामला उठाया. तीन साल पूर्व इसके लिए करीब 41 लाख रुपये की डीपीआर तैयार की गयी थी. इस राशि से दो जगहों पर स्वागत गेट बनने थे, सड़कों का चौड़ीकरण होना था. साथ ही नाला का निर्माण भी होना था. उन्होंने अपील की कि अब मंदिर ने धाम का रूप ले लिया है. ऐसे में आधारभूत संरचनाओं के विकास पर ध्यान देने की जरूरत है.
राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री मदन मोहन झा ने किया उद्घाटन
विधायक ने दिया आमंत्रण
बोचहां विधायक बेबी कुमारी ने राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री को इस वर्ष सावन के महीने में किसी सोमवार को मुशहरी के छपरा मेघ स्थित दूधनाथ मंदिर आने का आमंत्रण दिया. उसे मंत्री ने स्वीकार कर लिया है. दूधनाथ मंदिर में भी हर साल श्रावणी मेला लगता है. वहां काफी संख्या में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालु आते हैं. समारोह को जिला परिषद अध्यक्ष इंदिरा देवी, मेयर सुरेश कुमार, बाबा दूधनाथ मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष रामकुमार शर्मा ने भी संबोधित किया. मंच संचालन जिला जन संपर्क पदाधिकारी नागेंद्र कुमार गुप्ता व धन्यवाद ज्ञापन अपर समाहर्ता राजस्व डॉ रंगनाथ चौधरी ने किया . मौके पर श्रावणी मेला-2017 मोबाइल एप की लांचिंग हुई. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से तैयार ‘विरासत मुजफ्फरपुर’ का विमोचन भी हुआ. अतिथियों ने बाबा दूधनाथ मंदिर समिति की ओर से प्रकाशित किताब ‘स्वयंभू’ का भी विमोचन किया.
‘सेवा शिविरों में लगे शराबबंदी के पोस्टर’ : बाबा गरीबनाथ मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष गुप्तेश्वर पांडेय ने सलाह दी कि कांवरिया पथ में जगह-जगह सैकड़ों सेवा शिविर लगाये गये हैं. इनमें सरकारी व गैर सरकारी संगठनों के साथ-साथ आमलोगों का भी योगदान है. यदि इन शिविरों में एक-एक पोस्टर शराबबंदी के पक्ष में भी लगवाया जाये, तो यह एक अच्छी पहल होगी. इसके लिए प्रशासन शिविर लगाने वाले संस्थाओं से भी अपील कर सकता है. उन्होंने कहा कि शराब सेवन से आध्यात्मिक, पारिवारिक व सामाजिक पतन होता है. इस बुराई को समाज से बाहर फेंकने की जरूरत है.
यह सिर्फ सरकार की इच्छा से नहीं होगा, लोगों को भी इसके लिए आगे आना होगा.