मुंगेर. संग्रहालय सभागार में बुधवार को नेशनल एक्शन प्लान फॉल ड्रग्स डिमांड रिडक्शन (एनएपीडीडीआर) कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय क्षमतावर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने की. इस दौरान नशीली दवाओं, शराब, गुटखा, तंबाकू से युवाओं को बचाने पर चर्चा की गयी. कार्यक्रम में डीडीसी अजीत कुमार सिंह, सिविल सर्जन डा. विनोद कुमार सन्हा, समाजिक सुरक्षा कोषांग के उप निदेशक सत्यकाम, डा. के रंजन, अलेकर कुमार सहित एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र व स्काउट एंड गाइड के स्वंयसेवक मौजूद थे. जिलाधिकारी ने कहा कि योग नगरी मुंगेर में ड्रग्स सेवन का कोई स्थान नहीं है. विभिन्न कारणों से नशा सेवन करने वाले व्यक्ति ड्रग्स का सेवन करने की जगह योग अपनाकर जीवन से जुड़े तनावों एवं अवसादों को दूर कर सकते हैं. डीडीसी ने कहा कि नशा सेवन करने के भले ही अलग-अलग कारण हो सकते हैं, परंतु अंतिम परिणाम एक ही है. सामाजिक बुराइयां उतनी ही पुरानी है, जितनी हमारी सभ्यता, क्योंकि हर समाज में भले और बुरे दो तरह के लोग होते हैं, लेकिन हमें अच्छी आदतों और अच्छे आचरण को अपनाने की आवश्यकता है. सिविल सर्जन ने नशा सेवन के दुष्प्रभावों और संबंधित बीमारियों, नशा के लत छुड़ाने के लिए चिकित्सीय उपायों की जानकारी दी. साथ ही कहा कि जीवन में न कहने की प्रवृति विकसित करने के साथ अच्छे व बुरे में फर्क करना सीखना चाहिए. नशा के लत को छुड़ाने के लिए अच्छी मात्रा में पानी का सेवन करें. साथ ही सौंफ का पानी पियें.
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