प्रवचन. संतमत सत्संग का अधिवेशन संपन्न
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ईश्वर भक्ति से बढ़ता है आपस में मेल-जोल
प्रवचन. संतमत सत्संग का अधिवेशन संपन्न हाजीसुजान में चल रहे दो दिवसीय मुंगेर जिला संतमत सत्संग का 44वां वार्षिक अधिवेशन सोमवार को संपन्न हो गया. मुंगेर : संतमत सत्संग का 44वां वार्षिक अधिवेशन के समापन पर विभिन्न स्थानों से पहुंचे संतों ने प्रवचन किया. मुख्य प्रवचनकर्ता कुप्पाघाट भागलपुर के पूज्यपाद स्वामी प्रमोद बाबा ने ईश्वर […]
हाजीसुजान में चल रहे दो दिवसीय मुंगेर जिला संतमत सत्संग का 44वां वार्षिक अधिवेशन सोमवार को संपन्न हो गया.
मुंगेर : संतमत सत्संग का 44वां वार्षिक अधिवेशन के समापन पर विभिन्न स्थानों से पहुंचे संतों ने प्रवचन किया.
मुख्य प्रवचनकर्ता कुप्पाघाट भागलपुर के पूज्यपाद स्वामी प्रमोद बाबा ने ईश्वर भक्ति के स्वरूप तथा उसकी प्राप्ति के साधन पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि ईश्वर असीम, अनंत और अखंड हैं.
ससीम मंडल में आने के रास्ते भले ही अनेक हों, परंतु असीम पद में जाने का रास्ता मात्र एक है. वह रास्ता अंदर है तथा बाहर नहीं. ईश्वर की भक्ति करने से सदाचार पालन का बल मिलता है. ईश्वर भक्ति करने से आपस का मेल बढ़ता है. जिस तरह से सूर्य का उदय संसार के लिए मंगलकारी है, संतों के संग से नीच से नीच व्यक्ति भी पूज्य हो जाता है. जैसे गंगा में मिल कर नाला का पानी भी पवित्र हो जाता है, वैसे ही नीच, पापी और दुराचारी व्यक्ति भी संतों के संग करके पवित्रहो जाता है. समापन समारोह में स्थानीय विधायक विजय कुमार विजय ने सदगुरू महाराज की तस्वीर पर माल्यार्पण किया. वक्ताओं में सुलतानगंज के स्वामी रघुनंदन बाबा, सत्यप्रकाश बाबा, सुरेश बाबा, श्रीनिवास बाबा, नरेंद्र बाबा मुख्य रूप से शामिल थे. जबकि मौके पर राजेश किंग, धर्मवीर यादव, सुदामा कुमार, उपासना कुमारी, सिमरन भारती, शांभवी, निधि, सोनाली तथा रागिनी कुमारी सहित सैकड़ों अनुयायी उपस्थित थे.
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