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फिर बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, बाढ़ हुई विकराल
मुंगेर/लखीसराय : गंगा का जलस्तर ऊफान पर है. गुरुवार को जहां जलस्तर स्थिर रहा. वहीं शुक्रवार को जलस्तर में वृद्धि होने लगी. मुंगेर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से महज 30 सेंटीमीटर नीचे है. शुक्रवार की शाम जलस्तर 39.03 मीटर दर्ज किया गया. जलस्तर बढ़ने से रोजाना नये गांवों व क्षेत्रों को बाढ़ […]
मुंगेर/लखीसराय : गंगा का जलस्तर ऊफान पर है. गुरुवार को जहां जलस्तर स्थिर रहा. वहीं शुक्रवार को जलस्तर में वृद्धि होने लगी. मुंगेर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से महज 30 सेंटीमीटर नीचे है.
शुक्रवार की शाम जलस्तर 39.03 मीटर दर्ज किया गया. जलस्तर बढ़ने से रोजाना नये गांवों व क्षेत्रों को बाढ़ का पानी अपने आगोश में ले रहा है. इसके कारण लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोग घर-वार छोड़ कर ऊंचे स्थानों पर पलायन कर रहे हैं. डीएम उदय कुमार सिंह ने शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया और पदाधिकारियों को बाढ़ से प्रभावित परिवारों को राहत कैंप तक पहुंचाने का आदेश दिया.
गंगा के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी से दियारा के गांवों के चारों ओर एवं निचले इलाकों में बाढ़ आ जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इससे सैकड़ों एकड़ में मकई की लहलहाती फसल डूब कर बरबाद हो गयी है. वहां के किसानों को हरबार प्रकृति की मार झेलनी पड़ती है. कभी बाढ़, कभी सुखाड़ यानि किसानों को मौसम की बेरुखी के कारण यह परेशानी झेलनी पड़ रही है.
गरमी के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ा है. पानी घरों में घुसने को है. यहां के 95 फीसदी लोग कृषि पर आधारित हैं. इनका मुख्य पेशा खेती एवं पशुपालन है लेकिन प्रखंड के किसान हर साल कभी अतिवृष्टि तो कभी अनावृष्टि के शिकार हो रहे हैं.
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