फर्जीवाड़ा. फर्जी टीसी पर कराया नामांकन, बिना जांच करा दिया पंजीयन
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बच्चों को 73 हजार का दिया लाभ
फर्जीवाड़ा. फर्जी टीसी पर कराया नामांकन, बिना जांच करा दिया पंजीयन उपेंद्र ट्रेनिंग एकेडमी में उजागर फर्जीवाड़ा शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है. इस स्कूल में नवम में 17 फर्जी टीसी पर नामांकन कराया गया. इतना ही नहीं, सभी फर्जी छात्रों का पंजीयन भी हुआ. सबको छात्रवृत्ति व पोशाक राशि से 73 हजार रुपये भी […]
उपेंद्र ट्रेनिंग एकेडमी में उजागर फर्जीवाड़ा शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है. इस स्कूल में नवम में 17 फर्जी टीसी पर नामांकन कराया गया. इतना ही नहीं, सभी फर्जी छात्रों का पंजीयन भी हुआ. सबको छात्रवृत्ति व पोशाक राशि से 73 हजार रुपये भी दे दिये गये. प्रमाण-पत्रों की जांच के दौरान यह मामला उजागर हुआ.
मुंगेर : शहर के उपेंद्र ट्रेनिंग एकेडमी में एक बड़े फर्जीबाड़े का मामला उजागर हुआ है़ सत्र 2015-16 में यहां नवम कक्षा के 17 छात्रों का फर्जी स्थानांतरण प्रमाण- पत्र पर ही नामांकन ले लिया गया था. इतना ही नहीं इन फर्जी छात्रों का स्थानांतरण प्रमाण-पत्र बिना जांचे ही मैट्रिक परीक्षा के लिए इसका पंजीयन भी करवा दिया गया़ अब जब यह मामला उजागर हुआ है तो जिला शिक्षा पदाधिकारी ने फर्जी प्रमाण पत्र पर नामांकन लेने वाले छात्रों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया है.
फर्जी टीसी पर कराया नामांकन: उपेंद्र ट्रेनिंग एकेडमी में पिछले साल नौवीं की कक्षा में कुल 17 वैसे छात्रों का नामांकन किया गया जिसका स्थानांतरण प्रमाण-पत्र पूरी तरह फर्जी है़ इस नामांकन में न सिर्फ छात्रों ने फर्जीवाड़ा किया, बल्कि विद्यालय के तत्कालीन प्रधानाध्यापक डॉ सच्चिदानंद सिंह की मिलीभगत से सरकारी योजनाओं की राशि भी प्राप्त कर ली. हैरत की बात तो यह है कि तत्कालीन प्रधानाध्यापक ने नामांकित छात्रों के टीसी का बिना जांच कराये ही इन सभी छात्रों का माध्यमिक परीक्षा के लिए पंजीयन भी करा दिया़
फर्जी छात्रों को भी मिली सरकारी राशि : नामांकन के दौरान विद्यालय के तत्कालीन प्रधानाध्यापक द्वारा छात्रों के टीसी का जांच नहीं करवाये जाने के कारण 17 फर्जी छात्रों ने भी सरकारी राशि का लाभ ले लिया़ मालूम हो कि नवम की कक्षा में प्रत्येक छात्र को 2500 रुपये साइकिल के लिए तथा 1800 रुपये छात्रवृत्ति के लिए दिये जाते हैं. इस हिसाब से उक्त छात्रों में कुल 73,100 रुपये बंट गये़ राशि वितरण के पूर्व भी प्रधानाध्यापक ने कोई जांच नहीं की़
उपेंद्र ट्रेनिंग एकेडमी में उजागर हुआ फर्जीवाड़ा
कहती हैं स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका
प्रभारी प्रधानाध्यापिका मालती कुमारी ने कहा कि उन्हें पहले से ही पूर्व के नामांकन में लिये गये स्थानांतरण प्रमाण- पत्र पर संदेह था़ जिस कारण उन्होंने प्रभार लेते ही सभी छात्रों का स्थानांतरण प्रमाण- पत्र जांच करवाया़ जिसमें 17 छात्रों का प्रमाण- पत्र फर्जी पाया गया़
कहते हैं डीइअो
जिला शिक्षा पदाधिकारी केके शर्मा ने बताया कि जितने भी छात्रों का स्थानांतरण प्रमाण-पत्र फर्जी पाया गया है, विद्यालय के प्रभारी उन सभी छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज करें अन्यथा वे खुद से विद्यालय के प्रभारी पर प्राथमिकी दर्ज करायेंगे़
कैसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
31 मार्च 2016 को उपेंद्र ट्रेनिंग एकेडमी के तत्कालीन प्रधानाध्यापक डॉ सच्चिदानंद सिंह की सेवानिवृत्ति के बाद विद्यालय की वरीय शिक्षिका मालती कुमारी को विद्यालय का प्रभार सौंपा गया़ विद्यालय का प्रभार लेते ही उन्होंने पिछले साल नवम में नामांकन किये गये छात्रों के विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र की जांच प्रक्रिया आरंभ की. जब टीसी निर्गत करने वाले विद्यालयों से प्रमाण पत्र की जांच करायी गयी, तो 17 प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये, जो संबंधित विद्यालय से निर्गत नहीं हुए थे.
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