हवेली खड़गपुर : सेरेब्रल मलेरिया का विस्तार भीमबांध के अतिरिक्त जटातरी, बघेल, भब्बीकुरा और मंदारे गांव में महामारी का रूप लेता जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग कान में तेल देकर सोया हुआ है. जांच कीट और जांचकर्ता बहाना बना हुआ है. खड़गपुर वासियों के लिए अभिशाप बन गया है. स्वास्थ्य विभाग हर वर्ष डीडीटी के छिड़काव व बचाव कार्य के नाम पर लाखों रुपये की लूट करती है और जमीन पर कुछ नही होता. खड़गपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के आंकड़े पर नजर डाले तो ज्वर से पीड़ित 38 रोगियों में एक दर्जन रोगियों में मलेरिया पाया गया.
इस बीमारी से जटातरी के छोटू कुमार, ललिता कुमारी, रानी सागर की रम्भा कुमारी, बघेल के मुनेश्वर टुड्डू, महादेवपुर के दिलखुश कुमार, कठोथिया की रंजो कुमारी, पश्चिम आजीमगंज के गुलशन कुमार, दरियापुर की सरस्वती देवी, घोड़ाखुर के बबलू कुमार का ईलाज खड़गपुर पीएचसी में चल रहा है और चार गुणा से अधिक लोग प्राइवेट चिकित्सक से परामर्श लेने को मजबूर हैं. इस बाबत चिकित्सा प्रभारी डॉ. एलबी गुप्ता एक ही बात कहते हैं
कि ‘ऑन द स्पॉट ‘ ईलाज के लिए मलेरिया जांच कीट नहीं है. एक लैब टेक्नीशियन हर्ष रंजन मुंगेर में डिपटेशन में है. लैब टेक्निशियन हर्ष रंजन का डिपटेशन खत्म कर वापस लाने के लिए लिखा गया है और जांच कीट खरीदने के लिए कहा गया है.