मुंगेर शहरी क्षेत्र डायरिया की चपेट में आ गया है. तेज गरमी व उमस के कारण डायरिया के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफ हो रहा है. शहर के गंगा के तटीय इलाकों में इसका सर्वाधिक प्रभाव देखने को मिल रहा है.
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डायरिया से रोज हो रहे हैं दर्जनों लोग अाक्रांत
मुंगेर शहरी क्षेत्र डायरिया की चपेट में आ गया है. तेज गरमी व उमस के कारण डायरिया के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफ हो रहा है. शहर के गंगा के तटीय इलाकों में इसका सर्वाधिक प्रभाव देखने को मिल रहा है. मुंगेर : सदर अस्पताल में प्रति दिन दो से ढाई दर्जन डायरिया रोगी […]
मुंगेर : सदर अस्पताल में प्रति दिन दो से ढाई दर्जन डायरिया रोगी भरती हो रहे हैं. सदर अस्पताल का डायरिया वार्ड मरीजों से भरा पड़ है़ आलम यह है कि मरीजों की संख्या बढ़ने पर उन्हें मेडिकल वार्ड में शिफ्ट करना पड़ रहा है़ सदर अस्पताल में प्रतिदिन डायरिया से प्रभावित 20 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं. जिन्हें कुछ घंटे इमरजेंसी वार्ड में रखने के बाद डायरिया वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है़ बुधवार को देर शाम तक डायरिया के 21 मरीज अस्पताल में भरती हो चुके थे़ वहीं मंगलवार को डायरिया के कुल 22 रोगियों को भरती कराया गया़
शहरी क्षेत्र के लोग प्रभावित
अब तक जितने भी डायरिया के मरीज इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे हैं, उनमें से अधिक शहरी क्षेत्र के रोगी हैं. शहर के लाल दरवाजा निवासी पार्वती देवी, वासुदेवपुर निवासी रूपा देवी, श्यामपुर निवासी नीलम देवी, लल्लूपोखर निवासी सरिता देवी तथा फरदा निवासी पूजा कुमारी सहित दर्जन भर मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भरती कराया गया. भरती मरीजों पर गौर किया जाये तो शहरी क्षेत्र के गंगा तट के किनारे बसे शहरवासियों की संख्या सर्वाधिक है. स्थानीय लोगों ने शिकायत की है कि साफ-सफाई के अभाव तथा गंदे नाले ने इस क्षेत्र के पेयजल को प्रभावित किया है. साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावित मुहल्लों में ओआरएस का वितरण नहीं करवाया जा रहा है.
बचाव के लिए बरतें सावधानी
चिकित्सकों की मानें तो डायरिया कोई गंभीर बीमारी नहीं है, किंतु समय पर इलाज नहीं होने पर मरीजों की हालत गंभीर हो सकती है़ इन दिनों अधिकांश लोग उमस भरी गरमी व खानपान में सावधानी नहीं बरतने के कारण डायरिया के शिकार हो रहे हैं. ऐसे दिनों में अत्यधिक तेल व मशालेदार भोजन से लोगों को परहेज करना चाहिए़ साथ ही अधिक से अधिक पेय पदार्थों का ही सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हितकर होगा़
कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा श्रीनाथ ने बताया कि प्रत्येक मुहल्ले में आंगनवाड़ी केंद्रों द्वारा ओआरएस का वितरण करवाया जा रहा है, इसके अलावा अतिरिक्त प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी पर्याप्त मात्रा में ओआरएस उपलब्ध करा दिया गया है.
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