मुंगेर : सर्टिफिकेट एंड प्लेस ऑफ प्रैक्टिस (भेरिफिकेशन) रूल 2015 को लेकर व्यवहार न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं की बैठक हुई. जिसमें अधिवक्ताओं ने इस रूल पर विस्तार से चर्चा की और मॉडल रूल का अनुपानल होना जरूरी करार दिया. विधिज्ञ संघ मुंगेर तदर्थ समिति के महासचिव अभिमन्यु मंडल ने कहा कि स्टेट बार काउंसिल से शीघ्र ही इस रूल का फार्म भरने संबंधी आदेश आने की संभावना है.
ज्ञात हो कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्देशानुसार आवेदन जमा लिया जायेगा. तदर्थ समित के सदस्य रामचरित्र प्रसाद ने कहा कि मॉडल रूल का अनुपालन नहीं होने से विधिज्ञ संघ को आर्थिक क्षति होगी. ऐसे अधिवक्ता का नाम जांच कर शीघ्र ही सूचीबद्ध किया जाय. शशि शेखर प्रसाद सिंह ने कहा कि केवल मेहनतकश अधिवक्ताओं को ही विधिज्ञ संघ का लाभ मिलेगा. बीसीआइ के पत्र के आलोक में उन्होंने कहा कि कोई भी अधिवक्ता पुराने मुकदमों में पुराने वकालतनामा पर फर्जी रूप से हस्ताक्षर न करें. कमल किशोर प्रसाद ने कहा कि फर्जी अधिवक्ता को संघ से बाहर करना बीसीआइ का फैसला है.
वरीय अधिवक्ता यदुनंदन झा ने कहा कि कोई भी नियमित अधिवक्ता का नाम सूची में नहीं छूटे और अनियमित अधिवक्ता का नाम सूची में जुटे नहीं इसके लिए विजिलेंस कमेटी को सक्रिय होना होगा. संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि संघ के शपथ पत्र का फॉर्मेट का डुप्लीकेट कर बिक्री करने वाले स्टांप वेंडर, दुकानदार, अधिवक्ता तथा नोटरी पदाधिकारी के विरुद्ध भी उचित कार्रवाई की जाय. इसलिए मॉडल रूल का विरोध करना बार काउंसिल के आदेश का अपमान है. मौके पर संजय कुमार सिन्हा, निरंजन मंडल, वरुण कुमार मंडल, विनय कुमार, सचितानंद प्रसाद राय, डेजी कुमारी, राजीव कुमार, अजय कुमार सिंह, पंकज कुमार घोष सहित अन्य मौजूद थे.