मुंगेर : मुंगेर सदर अस्पताल का ऑपरेशन कक्ष का क्षेत्र पार्किंग जोन में बदल चुका है. इसकी फिक्र अस्पताल प्रबंधन को नहीं है. यह व्यवस्था ऑपरेशन थियेटर के सारे मानकों को ठेंगा दिखा रहा है. सदर अस्पताल में महिला और पुरुषों के लिए एक मात्र ऑपरेशन थियेटर बना हुआ है. जहां हाइड्रोसिल, हरनिया से लेकर […]
मुंगेर : मुंगेर सदर अस्पताल का ऑपरेशन कक्ष का क्षेत्र पार्किंग जोन में बदल चुका है. इसकी फिक्र अस्पताल प्रबंधन को नहीं है. यह व्यवस्था ऑपरेशन थियेटर के सारे मानकों को ठेंगा दिखा रहा है. सदर अस्पताल में महिला और पुरुषों के लिए एक मात्र ऑपरेशन थियेटर बना हुआ है. जहां हाइड्रोसिल, हरनिया से लेकर परिवार नियोजन तक का ऑपरेशन किया जाता है.
इसी कक्ष में कभी-कभी बड़ा ऑपरेशन भी किया जाता है. महीने में अगर सभी प्रकार के ऑपरेशन को मिला दिया जाय तो 30 से 35 ऑपरेशन हो ही जाता है. लेकिन ऑपरेशन थियेटर परिसर पूरी तरह से अव्यवस्थित है. जिसके कारण ऑपरेशन थियेटर की गुणवत्ता तो है ही नहीं साथ ही अनेक जोखिम है.
मानकों पर खरा नहीं है ओटी परिसर
सदर अस्पताल का ओटी परिसर पूरी तरह से अव्यवस्थित है. माना जाता है कि ओटी कक्ष को पूरी तरह स्टेलाइज रहना है. कक्ष परिसर भी पूरी तरह से स्टेलाइज और गंदगी मुक्त रहना है. ताकि संक्रमण का फैलाव नहीं हो सके. लेकिन यहां मानकों को ताख पर रख कर मरीजों को चीरा-फाड़ा जाता है. कभी भी मरीज संक्रमण का शिकार हो अकाल मौत के गाल में समा सकता है.
ऑपरेशन कक्ष के प्रवेश परिसर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. कुछ कर्मचारी यहां अपने वाहनों को पार्किंग भी करते है. शनिवार को भी ओटी कक्ष परिसर में स्कूटी पार्किंग की गयी थी. इसी होकर मरीजों को ओटी कक्ष में प्रवेश कराया गया. जबकि कई गठ्ठर भ रखा हुआ.
कहते हैं पदाधिकारी
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि ओटी कक्ष में वाहन रखने की शिकायत अभी तक नहीं मिली है. अगर कोई भी कर्मचारी ओटी परिसर में वाहन लगाते है तो वे स्वयं इसकी जांच कर कार्रवाई करेंगे