मुंगेर : मुंगेर शहर की दर्जन भर सड़कें पूरी तरह गड्ढे में तब्दील हो चुकी है और इन सड़कों पर चलना खतरनाक साबित हो रहा है. लेकिन इन गड्ढ़ेनुमा सड़कों के जीर्णोद्धार को लेकर नगर निगम प्रशासन पूरी तरह उदासीन है. निगम द्वारा हाल के दिनों में शहर के कई क्षेत्रों में ऐसे सड़कों की पीसीसी ढलाई की गयी जो जर्जर भी नहीं था.
जबकि जर्जर सड़कों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है. यूं तो मुंगेर शहर दो भागों में विभक्त है. एक मुंगेर का फोर्ट एरिया. जिसकी सड़कें पूरी तरह चिकनी है. कारण यहां जिले व प्रमंडल के आला प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी रहते हैं. दूसरा भाग शहर का दक्षिणी इलाका है. जिसका सुधि नगर निगम नहीं लेती.
इस क्षेत्र में न तो बेहतर सड़क है, न शुद्ध पेयजल की व्यवस्था और न ही निगम की साफ-सफाई. फिर भी यह नगर निगम का हिस्सा है. जर्जर है मुख्य सड़क शहर के दर्जन भर सड़क पूरी तरह गड्ढ़े में तब्दील हो चुका है. या यूं कहे इन सड़कों पर चलते समय राहगीर व वाहन चालकों को गड्ढ़े में सड़क तलाशनी पड़ती है. मुंगेर शहर के कासिम बाजार चौबटिया से लेकर महद्दीपुर मध्य विद्यालय तक की स्थिति यही है. यहां अब सड़क का नामों निशान नहीं है. कासिम बाजार थाना के ठीक सामने से गुजरे इस सड़क का निर्माण आठ वर्ष पूर्व तत्कालीन सांसद जयप्रकाश नारायण यादव के सांसद विकास निधि से किया गया था जो सिवरेज के पाइप डालने के दौरान तीन वर्ष पूर्व पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया.
अब यहां सिर्फ गड्ढ़ा ही गड्ढ़ा है. जबकि यातायात के दृष्टिकोण से यह पथ काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि राष्ट्रीय उच्च पथ 80 से यह शहर को जोड़ती है. टूट-फूट चुकी है दर्जन भर सड़कें मुंगेर शहर के कई सड़कें पूरी तरह टूट-फूट चुकी है. पक्की गली-खानकाह पथ, एक नंबर गुमटी लाल दरवाजा पथ, शास्त्री चौक से 3 नंबर गुमटी होते हुए मोगल बाजार पथ, माधोपुर (रिक्शा स्टैंड रोड), रायसर, नयागांव, 2 नंबर सोनर पट्टी, गांधी चौक-नीलम रोड, काली तजिया दिलावरपुर पथ, राजा बाजार पथ जर्जर हो चुका है.
इन पथों को बनाने में निगम प्रशासन कोई दिलचस्पी नहीं ले रही. जबकि शहर में एक माह के दौरान दर्जन भर पथों की पीसीसी की गयी जो पूरी तरह ठीक था. पीसीसी रोड पर ही हो रही ढ़लाई शहर में सीमेंटेड रोड अर्थात पीसीसी रोड में के निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है. जो आने वाले समय के लिए परेशानी का सबब बनने वाला है. हाल के दिनों में जिन पीसीसी रोड पर पुन: ढलाई की गयी उसमें तय मानक का उल्लंघन किया गया है.
नियमानुसार टूटे हुए पीसीसी रोड को रोड की खुदाई कर उसे ईंट सोलिंग तक ले जाना है और फिर उसकी ढ़लाई की जानी है. लेकिन रोड पर ही रोड की ही ढ़लाई की जा रही है और संवेदक एवं अभियंता जहां मालोमाल हो रहे. वहीं सड़क की ऊंचाई इस कदर बढ़ रही जो लोगों के घरों से ऊपर हो रहा है.