फोर्ट एरिया तक ही सिमट कर रह गया मुंगेर का स्थापना दिवस प्रशासनिक अधिकारियों के मनोरंजन का कार्यक्रम बना मुंगेर महोत्सव फोटो संख्या : 11,12फोटो कैप्सन : किला का हो रहा रंगरोगन व उपेक्षित बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह की प्रतिमा. प्रतिनिधि, मुंगेर तीन दिवसीय मुंगेर जिला स्थापना दिवस सह मुंगेर महोत्सव किला परिसर में ही सिमट कर रह गया. सिर्फ सरकारी कार्यालय व आवास चकाचक दिखे. महोत्सव मनाने में अधिकारी इतने व्यस्त हो गये कि कार्यक्रम स्थल से महज कुछ कदम स्थित संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेदकर एवं श्रीकृष्ण वाटिका में स्थित बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह को भी भूल गये. वैसे देर शाम बाबू वीर कुंवर सिंह के प्रतिमा को माला पहना दिया गया. एक तरफ मुख्य कार्यक्रम स्थल पोलो मैदान में जहां महोत्सव का उद्घाटन किया जा रहा था. वहीं किला का मुख्य द्वार की रंगाई की जा रही थी. इसी होकर लोग कार्यक्रम स्थल पहुंच रहे थे. भवन निर्माण विभाग से रंगाई का काम चल रहा है. लेकिन यह तो विभाग की उदासीनता ही रही कि एक तरफ महोत्सव का उद्घाटन हो रहा था और दूसरी तरह किला के मुख्य द्वार की रंगाई की जा रही है. यदि पूर्व से निर्धारित रहने के बावजूद रंगाई-पोताई का काम समय पर नहीं हो पाया. लगता है कि एक तरफ तीन दिनों तक महोत्सव मनाया जायेगा और दूसरी तरफ रंगाई का कार्य चलता रहेगा. किला के मुख्य गेट की रंगाई होने के कारण लोगों को कार्यक्रम स्थल पहुंचने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. क्योंकि बीच में ही बांस-बल्ला लगा कर रंगाई की जा रही थी. उपेक्षित रह गये बाबा साहब की प्रतिमा मुख्य कार्यक्रम स्थल पोलो मैदान में आयोजित की गयी. पोलो मैदान के पश्चिम व दक्षिण कोने पर स्थित है अंबेदकर चौक. उसी होकर आलाधिकारी कार्यक्रम स्थल पहुंचे. वहीं से प्रभात फेरी निकाली गयी. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही ही रही कि उन्हें संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेदकर की आदमकद प्रतिमा तक नहीं दिखी. प्रथम मुख्यमंत्री को भूल गये अधिकारी मुंगेर ने ही बिहार को पहला मुख्यमंत्री बाबू श्रीकृष्ण सिंह के रुप में दिया. किला के मुख्य द्वार से कुछ ही दूरी पर अवस्थित है श्रीकृष्ण सेवा सदन. वहीं सामने पार्क में उनकी प्रतिमा भी अवस्थित है. शहर के सभी चौक-चौराहों पर अवस्थित महापुरूषो की प्रतिमा पर माल्यार्पण तो किया गया. लेकिन प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह तक को भूल गये. ————————–बॉक्स ——-बाबा साहब का अपमान बरदाश्त नहीं मुंगेर. सत्तारूढ़ महागंठबंधन के सहयोगी दल जदयू जिला महासचिव सह महादलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार दास ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब अांबेडकर का अपमान बरदाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि एक ओर जिला प्रशासन द्वारा मुंगेर स्थापना दिवस सह मुंगेर महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. जबकि कार्यक्रम स्थल से मात्र 50 गज की दूरी पर अवस्थित बाबा साहब की प्रतिमा को प्रशासनिक स्तर पर माला भी नहीं पहनाया गया. जो प्रशासन के गैर जिम्मेदाराना इरादों को उजागर करता है. यह बाबा साहब का अपमान है.
फोर्ट एरिया तक ही सिमट कर रह गया मुंगेर का स्थापना दिवस
फोर्ट एरिया तक ही सिमट कर रह गया मुंगेर का स्थापना दिवस प्रशासनिक अधिकारियों के मनोरंजन का कार्यक्रम बना मुंगेर महोत्सव फोटो संख्या : 11,12फोटो कैप्सन : किला का हो रहा रंगरोगन व उपेक्षित बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह की प्रतिमा. प्रतिनिधि, मुंगेर तीन दिवसीय मुंगेर जिला स्थापना दिवस सह मुंगेर महोत्सव किला परिसर में ही […]
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