जमालपुर : एक ओर जहां पेरिस में सिलसिलेवार आतंकी हमला को लेकर सुरक्षा के दृष्टिकोण से पूरे क्षेत्र में रेड एलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं रेलवे में सुरक्षा की सेंधमारी की संभावना अभी भी बनी हुई है. कहने को तो रेलवे स्टेशन का वीडियोग्राफी नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह क्षेत्र प्रोटेक्टेड एरिया कहलाता है.
परंतु जमालपुर रेलवे स्टेशन पर ऐसा कोई बंदिश नहीं दिखता. ऐसा मामला गुरुवार को प्रकाश में आया, जब प्लेटफॉर्म संख्या दो पर 13236 डाउन दानापुर साहेबगंज इंटरसिटी एक्सप्रेस के आगमन के समय वीडियो चलाता एक युवक नजर आया.सुरक्षा व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हुए उस युवक द्वारा लगभग पंद्रह मिनट तक वीडियोग्राफी का कार्य किया जाता रहा. इस बीच किसी भी सुरक्षाकर्मी की नजर उस पर नहीं पड़ी. हालांकि रेलयात्रियों ने सुरक्षा के प्रति सवाल खड़े कर दिये.
उल्लेखनीय है कि मुंगेर जिला अवैध मंडी के रूप में कुख्यात है. पूर्व के अनुभव बताते हैं कि यहां से ने केवल अपराधियों को, बल्कि देश के आतंकी एवं उग्रवादी संगठनों को भी हथियार की आपूर्ति की जाती रही है. साथ ही पिछले 30 नवंबर 2013 को जमालपुर रेलवे स्टेशन से महज कुछ ही दूरी पर बरियाकोल सुरंग के पास 13235 अप साहेबगंज दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस में नक्सलियों द्वारा हमला कर सुरक्षा बलों की हत्या कर उनके अत्याधुनिक हथियार लूट लिये गये थे.
तब से इस्ट कॉलोनी थाना को नक्सल प्रभावित थाना भी घोषित कर दिया गया है. इसके बावजूद भी रेलवे स्टेशन में वीडियोग्राफी सुरक्षा में सेंधमारी ही मानी जायेगी.