17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अल्पसंख्यक छात्रावास में नहीं रह रही छात्राएं, करोड़ों का भवन पड़ा है बेकार

अल्पसंख्यक छात्रावास में नहीं रह रही छात्राएं, करोड़ों का भवन पड़ा है बेकार फोटो संख्या : 10फोटो कैप्सन : अल्पसंख्यक छात्रावास प्रतिनिधि , मुंगेर एक ओर जहां राज्य सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर छात्रावास की व्यवस्था दे रही है. वहीं दूसरी ओर इसका सही उपयोग नहीं होने के कारण […]

अल्पसंख्यक छात्रावास में नहीं रह रही छात्राएं, करोड़ों का भवन पड़ा है बेकार फोटो संख्या : 10फोटो कैप्सन : अल्पसंख्यक छात्रावास प्रतिनिधि , मुंगेर एक ओर जहां राज्य सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर छात्रावास की व्यवस्था दे रही है. वहीं दूसरी ओर इसका सही उपयोग नहीं होने के कारण छात्र-छात्राओं को आवासन के लिए किराये का मकान ढूंढना पड़ता है. शहर के बैद्यनाथ बालिका द्वादश विद्यालय परिसर में 2.14 करोड़ की लागत से बना अल्पसंख्यक छात्रावास यूं ही बेकार पड़ा है. इसका उपयोग अबतक नहीं हो रहा. मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटनराज्य सरकार ने अल्पसंख्यक छात्राओं के लिए शहर के बैद्यनाथ बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अल्पसंख्यक छात्रावास का निर्माण कराया. इसी वर्ष 3 जनवरी को राज्य के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इसका उद्घाटन भी किया था. यहां बेड व अन्य उपस्कर अबतक उपलब्ध नहीं करायी गयी है. विभाग को 21 लाख रुपये का आवंटन भी प्राप्त हो चुका है. किंतु सामग्री की खरीद अबतक नहीं हो पायी है. करोड़ों की लागत से बना छात्रावास अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास का निर्माण 2.14 करोड़ की लागत से किया गया. इसमें हर तरह की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. मालूम हो कि छात्रावास में 34 कमरे व 2 डायनिंग हॉल है. यहां कुल 100 छात्राओं के रहने की व्यवस्था है. इंटर से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट तक की अल्पसंख्यक छात्रा यहां पर रहेगी. छात्रावास में सिंगल, डबल व ट्रिपल बेड वाले कमरा की भी व्यवस्था है. प्रत्येक कमरे में बेड, टेबुल, कुरसी, आलमीरा, बुक सेल्फ की व्यवस्था की गयी है. 43 पंखे एवं 200 ट्यूब लाइट के अलावा एक साउंड लेस जेनेरेटर व सेमरेट ट्रांसफॉर्मर भी लगाया गया है. छात्रावास में छात्राओं को नो प्रोफिट नो लॉस के नियम पर रखा जायेगा. सरकारी स्तर पर रसोइया एवं नाइट गार्ड की व्यवस्था की भी बात की गयी थी. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बता रही है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें