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सदर अस्पताल : बाबू एक्स- रे नाय करै छै, भोरे से बैठलो छियै

मुंगेर: इन दिनों सदर अस्पताल में व्यवस्थाओं का हाल पूछना ही बेकार है. भले ही जिलाधिकारी ने एक दिन पूर्व अस्पताल का निरीक्षण किया हो. किंतु यहां की व्यवस्था शायद उदासीनता के चादर से ढक चुकी है. जिसके कारण इलाज के लिए यहां आने वाले मरीज स्वास्थ्य विभाग के नि:शुल्क सेवाओं से महरूम होते जा […]

मुंगेर: इन दिनों सदर अस्पताल में व्यवस्थाओं का हाल पूछना ही बेकार है. भले ही जिलाधिकारी ने एक दिन पूर्व अस्पताल का निरीक्षण किया हो. किंतु यहां की व्यवस्था शायद उदासीनता के चादर से ढक चुकी है. जिसके कारण इलाज के लिए यहां आने वाले मरीज स्वास्थ्य विभाग के नि:शुल्क सेवाओं से महरूम होते जा रहे हैं.

ऐसा नहीं है कि सेवाएं बंद हो चुकी है, किंतु चालू सेवा में यहां सिर्फ खास-खास लोगों का ही ख्याल रखा जा रहा है. उन सेवाओं में से एक एक्स-रे सेवा भी है. जिसका लाभ यहां के आम मरीजों को नहीं मिल रहा है.एक्स-रे का नहीं दिया जा रहा आदेशसदर अस्पताल में इन दिनों आम मरीजों को एक्स-रे की सुविधा नहीं मिल पा रही है. दूर- दराज से आने वाले मरीज सुबह से ही एक्स- रे रूम के सामने कतार में लग जाते हैं.

सभी मरीज अस्पताल उपाधीक्षक के आने की बाट जोहने में लगे रहते हैं. शुक्रवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. 11:30 बजे जैसे ही अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा अपने कार्यालय पहुंचे. वैसे ही मरीजों के झुंड ने उन्हें अपने परची पर एक्स-रे का आदेश करवाने के लिए घेर लिया. किंतु अस्पताल उपाधीक्षक ने एक की भी नहीं सुनी. सबों को फटकारते हुए दूर कर दिया.केस स्टडीबाबू हमरो एक्स-रे नाय करै छैमुंगेर : जमालपुर शहर के सदर बाजार निवासी वृद्धा जोहरा खातुन ने बताया कि वह चौकी से नीचे गिर गयी.

जिसके कारण उनके पैर व छाती में गहरी चोटें आयी है. शुक्रवार को अस्पताल में उन्होंने ओपीडी के दौरान डॉ आरके गुप्ता से इलाज करवाने पहुंची. जहां चिकित्सक ने उन्हें पैर व छाती का एक्स-रे कराने कहा. किंतु 8:30 बजे जब वह एक्स- रे रूम पहुंची तो वहां के टेक्नीशियन ने उन्हें परची पर अस्पताल उपाधीक्षक से आदेश लेकर आने को कहा. किंतु जब अस्पताल उपाधीक्षक के पास वह आदेश प्राप्त करने पहुंची तो उन्हें मना कर दिया गया. उन्हें कह दिया गया कि अभी एक्सरे बंद है,

एक सप्ताह के बाद आना. जबकि उस वक्त कुछ खास लोगों का एक्स-रे किया जा रहा था. अंतत: वृद्धा को मायूस हो कर वापस घर लौट जाना पड़ा.कहते हैं एक्स-रे टेक्नीशियन एक्स-रे टेक्नीशियन सच्चिदानंद प्रसाद ने बताया कि विभाग द्वारा उन्हें न ही राशि का भुगतान किया जा रहा है और न ही एक्स-रे फिल्म की आपूर्ति की जा रही है.

वर्तमान समय में मात्र 40 फिल्म बचे हुए हैं. जिसके कारण अस्पताल उपाधीक्षक के निर्देशानुसार वे गंभीर मामले वाले रोगी का ही एक्स-रे कर रहे हैं. कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षकअस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि विभाग द्वारा एक्स-रे फिल्म की आपूर्ति नहीं की जा रही है. जिसके कारण बचे हुए शेष फिल्मों का उपयोग सिर्फ आकस्मिक व पुलिस केस वाले मरीजों के लिए किया जा रहा है.

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