असरगंज : सरकार एक ओर समाज के अंतिम पंक्ति में रह रहे लोगों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ पहुंचाने के लिए कई प्रकार की योजना चला रखी है. लेकिन असरगंज प्रखंड के विभिन्न स्वास्थ्यउपकेंद्रों में रोगियों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. असरगंज प्रखंड के क्षेत्रों में 11 उपस्वास्थ्य केंद्र है. जहां न तो चिकित्सक को तैनात किया गया है और न ही एएनएम की तैनाती ही की गयी है. 11 में से मात्र 4 उपस्वास्थ्य केंद्र मासूमगंज, मकवा, चाखंड एवं वैजलपुर को अपना भवन है.
जबकि जलालाबाद, चाफा, कोरियन, कमरॉय, पनसॉय, विशनपुर एवं चोरगांव आज भी किराये के भवन में संचालित हो रही है. लाखों रुपये की लागत से बने चाखंड उपस्वास्थ्य केंद्र मरम्मत के अभाव में जर्जर हो गया है. जिसके कारण गांव के ही एक पुस्तकालय में उस केंद्र को चलाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता का आलम यह है कि कहीं चिकित्सक नहीं है तो कहीं एएनएम. प्रखंड वासियों को उप स्वास्थ्य केंद्र से कोई लाभ नहीं मिल रहा है.
अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का आलम यह है कि वहां फस्ट एड का भी दवा उपलब्ध नहीं है. प्रखंड क्षेत्र में कई एपीएससी ऐसे हैं जो बुधवार एवं शुक्रवार को ही टीकाकरण और पोलियो की खुराक पिलाने के दिन ही खुलती है. जबकि अन्य दिन बंद ही रहता है. जिसके कारण स्वास्थ्य व्यवस्था का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है.