प्रतिनिधि, गिरिडीह
गिरिडीह पुलिस ने वर्ष 2005 में मुंगेर के तत्कालीन एसपी सुरेंद्र की हत्या में शामिल रहे विनोद मांझी उर्फ रामलाल मरांडी उर्फ अलबर्ट को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. 11 सितंबर 2005 को झारखंड के भेलवाघाटी नरसंहार और 26 अक्तूबर 2007 को चिलखारी नरसंहार सहित झारखंड-बिहार की कई बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है.
दो घंटे की मशक्कत के बाद दबोचा गया : विनोद को गिरिडीह पुलिस ने डुमरी थाना इलाके के भरखर पंचायत अंतर्गत चिनिकिरो स्थित उसके घर से पकड़ा. वह नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का दक्षिणी डुमरी सबजोनल कमांडर है.
शुक्रवार को एसपी कुलदीप द्विवेदी ने अपने गोपनीय कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. एसपी ने बताया कि शुक्रवार की सुबह लगभग 3 बजे पता चला कि विनोद मांझी चिनिकिरो स्थित घर आया है. इसी सूचना पर एएसपी कुणाल के नेतृत्व में छापामारी दल का गठन किया गया. अहले सुबह ही टीम ने विनोद के घर के आसपास घेराबंदी कर छापेमारी की और दो घंटे की मशक्कत के बाद सुबह पांच बजे उसे दबोच लिया गया.
छापेमारी टीम में थे शामिल : सीआरपीएफ 154 बटालियन के सहायक कमांडेंट दिनेश यादव, सहायक कमांडेंट
मुंगेर एसपी हत्याकांड..
विक्रम प्रताप सिंह, भेलवाघाटी थाना प्रभारी रामचंद्र राम व डुमरी थाना प्रभारी के साथ सीएफ क्यूआरटी व जिला बल के जवान .
झारखंड-बिहार के 254 मोस्ट वांटेड में से एक
एसपी ने बताया कि विनोद मांझी झारखंड-बिहार के 254 मोस्ट वांटेड नक्सलियों में से एक है. वह 2002 में तिसरी पुलिस पिकेट पर हमला कर 6 हथियार लूटने, 2004 में जमुई जिले के कौआकौल में पुलिस पार्टी पर हमला कर हथियार लूटने, 2005 में कजरा पुलिस पिकेट पर हमला कर जीआरपी से 4 हथियार लूटने, इस घटना के अगले दिन बारूदी सुरंग विस्फोट कर मुंगेर के तत्कालीन एसपी सुरेंद्र को मारने, 11 सितंबर 2005 को भेलवाघाटी नरसंहार और 26 अक्तूबर 2007 को चिलखारी नरसंहार को अंजाम देने में शामिल रहा है.
बिहार पुलिस से किया जा रहा संपर्क
एसपी ने बताया कि नक्सली विनोद मांझी से पूछताछ की जा रही है. उक्त घटनाओं के अलावा किन-किन घटनाओं में शामिल रहा है, इसकी जांच चल रही है. जमुई, नवादा, मुंगेर पुलिस से भी संपर्क किया गया है. जल्द ही और खुलासे हो सकते हैं.