मुंगेर: राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि संभावित बाढ़ को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर लें. साथ ही सुखाड़ की स्थिति से निबटने के लिए किसानों को हर संभव मदद की जाय. वे गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ एवं सुखाड़ की समीक्षा कर रहे थे. समीक्षा […]
मुंगेर: राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि संभावित बाढ़ को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर लें. साथ ही सुखाड़ की स्थिति से निबटने के लिए किसानों को हर संभव मदद की जाय. वे गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ एवं सुखाड़ की समीक्षा कर रहे थे.
समीक्षा के दौरान उनके साथ राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी मिश्र एवं राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकार के उपाध्यक्ष अनिल सिन्हा मुख्य रूप से मौजूद थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में औसत से काफी कम बारिश हुई है.
जिसके कारण सूखे की स्थिति बनती जा रही है. यूं तो बारिश का इंतजार करना चाहिए. लेकिन किसानों को हर हाल में बिचड़ा बचाने की व्यवस्था की जानी चाहिए. किसान ऐसे फसल लगायें जिसमें पानी की उपयोगिता कम हो. उन्होंने भारतीय मौसम विज्ञान विभाग एवं केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों से कहा कि वे इस बात का अध्ययन करें कि आखिर बिहार में बारिश कम क्यों हो रही है. पड़ोस के उत्तरप्रदेश व झारखंड में बारिश का औसत आंकड़ा अधिक है. मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि आगामी चुनाव को देखते हुए योजनाओं का कार्यान्वयन तेज गति से किया जाय और जिस भी मद में राशि उपलब्ध है उसे संबंधित विभाग व लोगों को उपलब्ध करायी जाये.
आपदा विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने कहा कि राज्य के 28 जिले बाढ़ प्रभावित हैं जिसमें 15 जिले अधिक प्रभावित क्षेत्र में हैं. उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिया बाढ़ पूर्व तैयारी सुनिश्चित कर लें. इसके तहत सरकारी नाव, अनाज, दवा, पशुचारा व शरणस्थली की व्यवस्था पूर्व से कर ली जाय. वहीं बाढ़ की स्थिति में बचाव व राहत कार्य की भी रूपरेखा बना कर रखें. पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बाढ़, सुखाड़ की स्थिति को बताया गया. मुंगेर के जिलाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि मुंगेर जिले के गंगा पंप धर योजनांतर्गत डकरा नाला परियोजना एवं खड़गपुर झील का गेट समय पर नहीं खोला जाता है.
जिसके कारण एक ओर बाढ़ की स्थिति बनी रहती है तो दूसरी ओर खेतों को पानी नहीं मिलता. इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये. आपदा विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि अब किसी भी विषम स्थिति से निबटने के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम जहां उपलब्ध है. वहीं जिला पदाधिकारी सीधे तौर पर आवश्यकतानुसार आर्मी को भी कॉल कर सकते हैं. वीसी में मुंगेर से आयुक्त लियान कुंगा, जिला पदाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.