मुंगेर: नीतीश कुमार के शासनकाल में जनप्रतिनिधि काफी अपमानित हुए हैं. यहां के अधिकारी बेलगाम हो गये हैं. जनप्रतिनिधियों को तनिक भी तरजीह नहीं दिया जा रहा.
इसलिए अपने सम्मान की रक्षा के लिए जन प्रतिनिधि एकजुट हो चुके हैं. ये बातें राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को मुंगेर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही. उन्होंने कहा कि नीतीश के शासनकाल में जनप्रतिनिधियों के अधिकारों में काफी कटौती भी की गई है. इस बात को जनप्रतिनिधि भलीभांति समझ चुके हैं.
इस बार बिहार विधान परिषद के चुनाव में जनप्रतिनिधि इसका बदला ले कर रहेंगे. यह चुनाव सरकार बनने या बिगड़ने की नहीं है, बल्कि इस चुनाव से भविष्य के विधानसभा चुनाव की रणनीति तय होगी. उन्होंने कहा कि जनता ने एनडीए की सरकार को पांच साल के लिए चुनी है जो भी वादे जनता से किये गये हैं, वे सब पूरे होंगे. वर्ष 2019 तक हर घर में शौचालय, पीने के लिए स्वच्छ पानी व रहने के लिए पक्का मकान उपलब्ध कराया जायेगा. किसानों के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से खेतों में फसल सिंचाई की समस्या समाप्त हो जायेगी. इस मौके पर रालोसपा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ललन पासवान, अभियान समिति के प्रदेश अध्यक्ष विज्ञान स्वरूप सिंह, प्रदेश संगठन सचिव मनोज कुशवाहा, महासचिव राजीव सिंह, जिलाध्यक्ष रणधीर सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे.