लगभग इस केंद्र के 60 किसानों को 1 लाख से अधिक रुपये कंपनी ने रोक रखा है. जब भी मांग किया जाता है तो कहा जाता है कि एकाउंट पर एक सप्ताह में डाल दिया जायेगा. लेकिन आजतक राशि नहीं डाला गया. जिसके कारण हमारे पशुओं को चारा और समुचित आहार नहीं मिल पा रहा. यही कारण है दूध का उत्पादन भी कम हो गया. विजय कापरी ने बताया कि 15 सितंबर को एमएसके दुरमट्टा समूह का गठन हुआ. जनवरी 2015 तक राशि दी गयी. उसके बाद वीएलसी में इस केंद्र को तब्दील कर दिया गया. हमलोग दूध देते रहे. लेकिन राशि नहीं दिया जाता था.
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आइटीसी. दूध का मूल्य नहीं देने पर प्रदर्शन, आरोप ..तो लौटा देता है दूध
मुंगेर: मुंगेर मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर एमएसके दुरमट्टा (एमपीजी) केंद्र संख्या 4057 के महिला-पुरुष पशुपालकों व किसानों ने चिलचिलाती धूप में दूध के राशि की मांग को लेकर बुधवार को नंदलालपुर स्थित आइटीसी दूध फैक्टरी के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया और धरना पर बैठे. आंदोलन का नेतृत्व संग्रामपुर प्रखंड के पूर्व प्रखंड प्रमुख […]
मुंगेर: मुंगेर मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर एमएसके दुरमट्टा (एमपीजी) केंद्र संख्या 4057 के महिला-पुरुष पशुपालकों व किसानों ने चिलचिलाती धूप में दूध के राशि की मांग को लेकर बुधवार को नंदलालपुर स्थित आइटीसी दूध फैक्टरी के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया और धरना पर बैठे. आंदोलन का नेतृत्व संग्रामपुर प्रखंड के पूर्व प्रखंड प्रमुख विजय कापरी कर रहे थे. धरनार्थियों का कहना है कि कंपनी द्वारा दूध के बकाये राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है.
बाहरी जैसा करते हैं व्यवहार
किसानों ने कहा कि आइटीसी दूध कंपनी प्रबंधन में अधिकांश उच्च पदों पर बिहार से बाहर के लोग बैठे हुए हैं. जो यहां के किसानों के साथ अंग्रेजों जैसा व्यवहार करते हैं. भेद-भाव बरता जाता है. किसानों को हेय दृष्टि से देखते है और उसका शोषण करने में लगे हुए है. इतना ही नहीं दूध का फैटी नापने के लिए जो मशीन दिया गया है कि उसका मूल्य किसानों से वसूल किया जाता है. फैटी नापने के बाद एक रसीद दिया जाता है. जिस पर फैटी के अनुसार मूल्य अंकित किया हुआ रहता है. उसके बावजूद प्रबंधन द्वारा कम मूल्य दिया जाता है. शिकायत करने पर कहा जाता है कि खराब दूध था. प्रबंधन का व्यवहार अंग्रेजों की याद दिलाती है. किसानों ने बताया कि कोलकाता से आये विवेक चौधरी ने मुंगेर प्रबंधन के तपन एवं निगम को निर्देश दिया कि अविलंब किसानों के समस्याओं का हल करे.
धरना पर वीणा देवी, तरुण मांझी, राजेश कुमार, गुलाबी मंडल, विजय कुमार, पवन कुमार, राहुल कुमार सुनील कुमार सहित दर्जन भर किसान बैठे हुए थे.
कहते हैं अधिकारी
दूध कंपनी के अधिकारी निगम के 7781015845 पर किसानों की समस्याओं के संबंध में बात की गयी तो उन्होंने बताया कि फोन पर कौन बात कर रहा है नहीं कर रहा है मुङो क्या पता. बात करनी है तो समय लेकर मिलना होगा.
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