जब लोग किवाड़ खुलवाने का प्रयास किया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आयी. लोगों ने छत के माध्यम से आंगन में प्रवेश किया तो देखा की महिला ममता देवी पूरी तरह से जली हुई है और वह कराह रही है. जबकि पति गणोश अचेत पड़ा हुआ है. जबकि डेढ़ वर्षीय बच्ची कमरे में सोई हुई थी. किवाड़ खोल कर दोनों को गंभीर स्थिति में मुहल्ले के लोगों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया. जहां दोनों की स्थिति नाजुक बनी हुई है.
बताया जाता है कि किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ था. गुरुवार की अहले सुबह पत्नी ने जहां आग लगा ली वहीं पति ने जहर खा लिया. कौन पहले आत्महत्या करने का प्रयास किया. यह किसी को पता नहीं है. सबसे अहम बात यह है कि जब महिला ने केरोसिन छिड़क कर आग लगाया तो उसकी चीख-पुकार एवं आग का धुआ आखिर किसी मुहल्ले के लोगों ने क्यों नहीं देखा. महिला का नैहर लाल दरवाजा से भी बड़ी संख्या में लोग सदर अस्पताल पहुंचे. घायल महिला की मां का रो-रो कर बुरा हाल है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. समाचार लिखे जाने तक दंपति की स्थिति गंभीर बनी हुई है.