मुंगेर : मुंगेर जिले में बाढ़ की स्थिति और विकराल हो गयी है जिससे लगभग दो लाख से अधिक आबादी प्रभावित है. पिछले 24 घंटे में बाढ़ के पानी में डूब कर जहां दो युवकों की मौत हो चुकी है, वहीं बरियारपुर के समीप सखारा बांध के टूट जाने से थाना, अस्पताल सहित विभिन्न क्षेत्रों में स्थिति गंभीर हो गयी है. जिला पदाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह, एसपी नवीन चंद्र झा व एसडीओ डॉ कुंदन कुमार ने शुक्रवार को एनडीआरएफ की टीम के साथ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया. अधिकारियों कीटीम ने गंगा के दियारा क्षेत्र में बसे हरिणमार, झौवाबहियार, टीकारामपुर का दौरा किया ग्रामीणों से सुरक्षित स्थान पर चले जाने का अनुरोध किया. उनकी सहायता के लिए एनडीआरएफ की टीम व नावों की व्यवस्था की गयी है.
बरियारपुर में टूटा बांध
बरियारपुर में गांधीपुर के पीछे सकरा गांव के समीप बांध टूट जाने के कारण आधे दर्जन गांवों में पानी प्रवेश कर गया है. बड़े भू-भाग में लगा फसल भी बाढ़ की चपेट में आ गया है. राष्ट्रीय उच्च पथ के दक्षिण का इलाका इस बांध के टूटने से प्रभावित हुआ है.
शहरी क्षेत्र में भी स्थिति गंभीर
मुंगेर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 38 व भागलपुर में 66 सेंटीमीटर ऊपर है. इस कारण शहरी क्षेत्र में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है. शहर के लाल दरवाजा, गंगानगर, दलहट्टा, चुआबाग, हेरूदियारा, शिवनगर, चांईटोला में सड़कों के ऊपर से पानी बह रहा है जिससे लोग घरों में कैद हो गये हैं.
राहत को लेकर सड़क जाम व प्रदर्शन
शुक्रवार को राष्ट्रीय उच्च पथ 80 पर इटहरी एवं कलारामपुर गांव के समीप बाढ़ पीड़ितों ने सड़क जाम कर राहत की मांग की. लाल दरवाजा व गंगानगर के बाढ़ पीड़ितों ने समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया.