लक्ष्मीपुर: नव वर्ष के प्रथम दिन गरम जल के लिए मशहूर भीम बांध पर्यटकों से पूरी तरह गुलजार नजर आया और लोगों ने जम कर गरम जल कुंड में स्नान करने का आनंद लिया. इस दौरान लोग भीम बांध परिसर में अपने परिवार, सगे-संबंधियों व मित्रों की टोली के साथ वनभोज का आनंद लिया.
लोगों के सुरक्षार्थ सीआरपीएफ के जवान पर्यटकों की सुरक्षा के लिए लगातार भीमबांध में गश्त करते दिखे. नव वर्ष को लेकर महिलाओं ने भी गर्म जल के कुंड में स्नान करने का आनंद उठाया. इस दौरान लगे लोगों की भीड़ व गाड़ियों की लंबी कतार की वजह से भीम बांध परिसर में जाम सी स्थिति दिखी.
इस मौके पर भीमबांध जंगल में प्रवेश करने वाले सभी दो पहिया व चार पहिया वाहनों का नंबर सीआरपीएफ द्वारा इंट्री किया जा रहा था. पर्यटकों की भीड़ के कारण पूरे भीमबांध परिसर में मेला जैसा दृश्य दिखाई दिया. पर्यटकों के जमावड़े के कारण स्थानीय लोगों द्वारा खोले गये चाट-पकौड़े, अंडा, चाउमीन आदि की दुकानों पर भी जम कर बिक्री हुई. विदित हो कि पांच जनवरी 2005 को नक्सलियों ने लैंड माइंस विस्फोट कर मुंगेर के तत्कालीन एसपी केसी सुरेंद्र बाबू समेत सात लोगों की हत्या कर दी थी और इसके बाद यहां पर नक्सलियों का साम्राज्य स्थापित हो गया था. इसकी वजह से लोगों ने भीम बांध आना बंद कर दिया था, लेकिन सीआरपीएफ कैंप बनने के पश्चात भीमबांध फिर से पर्यटकों से गुलजार हो गया है.
सड़कों पर सन्नाटा
जमुई. नववर्ष के प्रथम दिन बाजार की अधिकांश दुकानें बंद रहने के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और बाजार में इक्के -दुक्के लोग नजर आये. आम दिनों की अपेक्षा वाहनों का परिचालन भी काफी कम हुआ. जिसके कारण सड़क मार्ग व ट्रेन मार्ग से कहीं भी आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी ङोलनी पड़ी. नये साल को लेकर विभिन्न सरकारी व निजी कार्यालयों में कर्मियों की उपस्थिति नहीं के बराबर देखी गयी और बैंकों में भी लोगों का आवाजाही काफी कम होने की वजह से कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ. अपने दैनिक कार्य से बाजार आने वाले लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.