जिले के धरहरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सखौल, गोरैया, लकड़ीहार, बांझीटाड़, लकड़कोला सहित अन्य गांवों में गुरुवार को डीडीएम शीतांशु शेखर ने नाबार्ड द्वारा प्रायोजित एवं बाएफ द्वारा संचालित वाड़ी परियोजना के तहत वानिकी पौधारोपण का निरीक्षण किया. उन्होंने गांवों के किसानों द्वारा इसमें सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि कोई भी योजना तभी फलीभूत होगी जब इसमें ग्रामीणों का सहयोग होगा.
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सहयोग से ही फलीभूत होगी योजना
जिले के धरहरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सखौल, गोरैया, लकड़ीहार, बांझीटाड़, लकड़कोला सहित अन्य गांवों में गुरुवार को डीडीएम शीतांशु शेखर ने नाबार्ड द्वारा प्रायोजित एवं बाएफ द्वारा संचालित वाड़ी परियोजना के तहत वानिकी पौधारोपण का निरीक्षण किया. उन्होंने गांवों के किसानों द्वारा इसमें सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि कोई भी योजना […]
उन्होंने कहा कि हम योजना बनाते हैं और ग्रामीणों तक इसे पहुंचाने का काम करते हैं, लेकिन अगर इसमें ग्रामीणों का सहयोग मिलता है तो जहां एक ओर इससे क्षेत्र में हरियाली कायम होती है वहीं ग्रामीणों के आय में भी वृद्धि होती है. इसी के तहत नाबार्ड के सहयोग से बाएफ द्वारा मुंगेर के तीन प्रखंडों धरहरा, संग्रामपुर एवं टेटियाबंबर के किसानों की बंजर भूमि को चयनित कर वाड़ी परियोजना की शुरुआत की गयी थी. इसके तहत उनकी बंजर भूमि को पौधरोपण के माध्यम से आय का स्नेत बनाने का काम किया गया है.
जिसमें इन बंजर भूमि पर फलदार वृक्ष के साथ-साथ कीमती वृक्ष भी लगाये गये हैं. वहीं जब तक ये वृक्ष बड़े होंगे तब तक यहां दलहन, तिलहन एवं सब्जियों की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया गया. मौके पर बाएफ के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक एके सिंह एवं परियोजना पदाधिकारी साकेत कुमार ने बताया कि वाड़ी परियोजना के तहत किसानों की बंजर भूमि पर बाएफ द्वारा सिंचाई की व्यवस्था के लिए नलकूप तथा कुआं की व्यवस्था की गयी है.
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