मधुबनी : पिछले एक मई से मुंबई पुलिस जिले के अरेर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में मधुबनी पुलिस के साथ चोरी के आरोपी दयानंद चौधरी की तलाश में छापेमारी कर रही थी. पर दयानंद चौधरी इस गांव से दूसरे गांव भागता रहा व पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा. इधर इस घटना की मानीटरिंग डीजीपी बिहार स्तर पर हो रही थी.
मधुबनी पुलिस के लिए मुंबई के समता नगर थाना कांड संख्या 193/16 में अशोक दुग्गल के घर में हुए चोरी के सामान की बरामदगी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ था. इसमें डीएसपी बेनीपट्टी सहित चार पुलिस निरीक्षकों को लगाया गया था.
घर से ही बरामद हुआ आभूषण
अशोक दुग्गल के घर से हुए चोरी का गहना आरोपित दयानंद चौधरी के घर से बरामद हुआ. पुलिस सूत्रों की माने तो आरोपित दयानंद चौधरी मुंबई में 10 अप्रैल को व्यवसायी अशोक दुग्गल से गांव आने के लिए छुट्टी मांगा व 10 अप्रैल से मुंबई से मधुबनी अपने गांव अरेर थाना के जमुआरी गांव आ गया. इससे पूर्व ही वह अपने मालिक के घर से चोरी कर चुका था. व्यवसायी अशोक दुग्गल को बाद में जब इस बात की जानकारी मिली तो
उन्होंने 25 अप्रैल को समता नगर पीएस में रिपोर्ट दर्ज करायी. पुलिस के संयुक्त छापेमारी में 13 रत्न जड़ित आभूषण दयानंद चौधरी के घर से बरामद हुई. गहने की बरामदगी में स्थानीय निवासी रवींद्र रमण चौधरी की भी भूमिका भी अहम रही. बरामद गहनों में सोने के रत्न जड़ित चूरी चार सोने का हीरा जड़ित अंगूठी , दो हीरा पन्ना, हीरा जड़ित लॉकेट, मोती जडि़त सोने का हार व अन्य कई जेवरात शामिल हैं
पुलिस कर्मी होंगे पुरस्कृत
एसपी मो. अख्तर हुसैन ने बताया है कि इस केस में जिले के पुलिस बलों की भूमिका काफी सहयोग वाला है. इन्हें पुरस्कृत किया जायेगा.