मधुबनी : एक बार फिर जिले में सुखाड़ के संकट छा रहे हैं. चालू माह में सामान्य तौर पर जितनी बारिश की आवश्यकता थी. उससे करीब 56 फीसदी कम बारिश हुई है. इस कारण किसान के साथ विभाग भी दुविधा में है. हालांकि, सरकार व जिला प्रशासन लोगों को खरीफ में धान रोपनी व बिचड़ा के सिंचाई के लिए डीजल अनुदान उपलब्ध कराने की कवायद शुरू कर दी है, लेकिन सुखाड़ की संभावना को देखते हुए लोगों में चिंता समा गयी है.
जिले में इस बार भी आवश्यकता से कम बारिश हो रही है. कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में एक जून से 13 जुलाई तक 348. 4 एमएम बारिश की आवश्यकता थी, लेकिन मात्र 152.1 एमएम बारिश ही रिकार्ड की गयी है. यह बारिश भी जिले के सभी भागों में एक समान नहीं हुई है. छिटपुट तरीके से बारिश होने के कारण बारिश के इस मौसम में भी खेत सूखे हैं.
अनुदान वितरण का निर्देश
सुखाड़ की संभावना को देखते हुए जिला पदाधिकारी गिरिवर दयाल सिंह ने डीजल अनुदान वितरण करने का निर्देश दिया है. इसके लिये जिला प्रशासन ने कृषि विभाग को कुल तीन करोड़ 82 लाख 36 हजार रुपये आवंटित कर दिये गये हैं. जिसे कृषि विभाग प्रखंडों में जल्द ही उपावंटित करने वाली है.
योजना के अनुसार किसानों को एक एकड़ जमीन के लिए अधिकतम तीन पटवन का अनुदान मिलेगी. इसमें प्रति एकड़ प्रति पटवन 250 रुपये अनुदान दिये जायेंगे. वहीं, बिचड़ा पटवन के लिए दो सिंचाई का अनुदान दिया जायेगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला कृषि पदाधिकारी रेवती रमण ने बताया है कि राशि को प्रखंडों में उपावंटित कर जल्द ही किसानों को अनुदान उपलब्ध करायी जायेगी.