मधुबनी : शिक्षा का हक अभियान के अंतर्गत विद्यालय संवाद भ्रमण कार्यक्रम जिले में शुरू हो गया हैं. इस कार्यक्रम के अंतर्गत स्थानीय वाटसन स्कूल परिसर में कार्यशाला आयोजित की गई. शिक्षा के अधिकार कानून को जिले के सभी सरकारी स्कूलों में शत प्रतिशत लागू करने के लिये विशेष पहल की जायेगी.
स्कूल में कितने छात्र और छात्राएं उपस्थित हो रहे हैं. मध्याह्न् भोजन उन्हें मिल रहा है कि नहीं, पुस्तकालय सतत एवं व्यापक मूल्यांकन का कार्य हो रहा हैं कि नहीं इसके लिये जिला से लेकर पंचायत स्तर के स्कूलों का भ्रमण किया जायेगा और इसकी रिपोर्ट जिला शिक्षा विभाग को दी जायेगी.
छात्र छात्राओं को स्कूल में मिलने वाली तमाम सुविधाओं की जानकारी ली जायेगी. विद्यालय कार्य दिवस शिक्षकों द्वारा कितना समय पढ़ाने में दिया जाता हैं, कितने शिक्षक प्रतिनियुक्ति में हैं. इन सब बातों का खुलासा शिक्षा का हक अभियान के माध्यम से होगा. पेयजल और शौचालय की व्यवस्था स्कूल में हैं कि नहीं इसकी भी जानकारी ली जायेगी. नि:शक्त बच्चों के लिये स्कूल में रैंप हैं कि नहीं, बालिकाओं के लिये अलग से शौचालय है कि नहीं इन सभी बातों को निर्धारित फार्म में विद्यालय भ्रमण के दौरान अंकित किया जायेगा.
भवन की स्थिति, चहारदिवारी है या नहीं, स्कूल में समाचार पत्र या पत्रिका बच्चों को पढ़ने के लिये मिलता हैं या नहीं, स्कूल में बिजली हैं कि नहीं इसकी जानकारी भी विद्यालय भ्रमण 2013 के तहत ली जायेगी. उन बच्चों पर भी नजर रखा जायेगा जो बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं. वे स्कूल क्यों नहीं आते हैं इसकी सूचना भी देनी होगी. ड्राप आउट बच्चों की भी जानकारी ली जायेगी. विद्यालय प्रबंधन समिति से लेकर शैक्षणिक कैलेंडर तक की जानकारी विद्यालय भ्रमण में ली जायेगी. पाठय पुस्तक, पोशाक के संबंध में भी स्कूलों से जानकारी ली जायेगी.
को सफल बनाने के लिये शिक्षा का हक अभियान बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने खास पहल की हें. बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने यूनिसेफ के साभार से प्रशिक्षण माड्यूल और अक्सर शिक्षा के अधिकार से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्नों के संबंध में पुस्तकें भी जिले को उपलब्ध कराई हैं.
सभी माता पिता को अपने अपने बच्चे बच्चियों को अब स्कूल भेजना होगा. विकलांग बच्चे बच्चियां भी अन्य बच्चे बच्चियों के साथ मिलकर पढ़ेंगे. स्कूलों में बच्चों के साथ किसी भी हालत में भेदभाव नहीं होगा. यदि शिक्षक अनुपस्थित रहते हैं और पढ़ाते नहीं हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी. शिक्षा का हक अभियान में सतत व व्यापक मूल्यांकन पर विशेष बल दिया गया हें. सतत एवं व्यापक मूल्यांकन में किसी तरह की लापरवाही बरदाशत नहीं की जायेगी.
गुणवत्ता पर आधारित बाल केंद्रित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये सभी स्कूलों का भ्रमण किया जायेगा. कार्यशाला में बिहार शिक्षा परियोजना के उमेश कुमार सहित अन्य ने शिक्षा का हक अभियान पर प्रकाश डाला. रिपोर्ट समय से देने का भी उन्होंने निर्देश दिया. कार्यशाला में प्रेरकों को कई अन्य निर्देश भी दिये गये.