मधुबनीः हैवोक रेन फॉल से निबटने के लिये जिला स्तर पर प्रशासन व विभाग द्वारा की गयी तैयारी की समीक्षा शनिवार को मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की. इस दौरान संभावित बाढ़ आपदा के दौरान नाव, लाइफ जैकेट, खाद्यान्न, पेयजल, दवा, मवेशी दवा, पशु चारा, सड़क, शरण स्थली सहित अन्य बिंदुओं पर व्यापक रूप से चर्चा करते हुए कई आवश्यक निर्देश दिये. जिला पदाधिकारी लोकेश कुमार सिंह, एसपी रंजीत कुमार मिश्र ने मुख्य सचिव को आपदा विभाग व जिला प्रशासन की तैयारी से अवगत कराया.
सीमावर्ती इलाके को किया अलर्ट
वीसी के दौरान मुख्य ने जिला के सीमावर्ती क्षेत्र को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि मौसम विभाग द्वारा जिस प्रकार का अनुमान लगाया गया है. उसे देखते हुए नेपाल से सटे क्षेत्र में सतर्कता बरतनी होगी. सीमावर्ती इलाके के सतर्क रहने से संभावित आपदा के समय जान माल की क्षति को ना सिर्फ कम किया जा सकता है. बल्कि अन्य क्षेत्रों में होने वाली तबाही को भी कम की जा सकती है. उन्होंने जिला पदाधिकारी से हर विपरीत समय के लिये तत्पर व जागरूक रहने को कहा.
तटबंध की निगरानी
हैवोक रेन फॉल की संभावना को देखते हुए जिले के विभिन्न तटबंधों की सुरक्षा के लिये चौकसी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. मुख्य सचिव ने कहा कि कि यदि तटबंध की सही रूप से निगरानी की जाये व क्षतिग्रस्त प्वांइट को समय से ठीक कर दिया जाय तो होने वाली तबाही से काफी हद तक कम किया जा सकता है. मुख्य सचिव को जिला पदाधिकारी श्री सिंह ने 15 जून से ही 289 गृह रक्षकों द्वारा तटबंधों की 24 घंटे निगरानी किये जाने की जानकारी दी. सुखाड़ को देखते हुए प्रतिनियुक्त गृह रक्षकों द्वारा तटबंध निगरानी में लापरवाही बरते जाने का मामला प्रकाश में आया है.
खाद्यान्न भंडारण का निर्देश
जिले में खाद्यान्न का भरपूर भंडारण करने का निर्देश मुख्य सचिव ने दिया है. इसके साथ ही चूड़ा, सत्तू , दिया सलाई, पॉलीथिन, मोमबत्ती सहित अन्य समान का भंडारण करने के लिये भी कहा गया. इसी प्रकार आपदा के दौरान पेयजल आपूर्ति, पशुचारा भंडारण, सड़क यातायात व्यवस्था, दवा भंडारण की भी पूर्ण रूप से भंडारण करने का निर्देश दिया. मुख्य सचिव ने संभावित आपदा के दौरान लोगों क ो सुरक्षित बाहर निकालने के लिये प्रशिक्षित स्वयं सेवकों को हर वक्त तैयार रखने को कहा गया. साथ ही पर्याप्त संख्या में नाव की व्यवस्था करने को कहा गया. इस दौरान आपदा प्रभारी पदाधिकारी अशोक कुमार गुप्ता, आपूर्ति पदाधिकारी मो. जियाउल्लाह, एसएफसी के जिला प्रबंधक मदन कुमार, रमण प्रसाद, बाढ़ प्रमंडल 1 एवं बाढ़ प्रमंडल 2 के कार्य के कार्यपालक अभियंता पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता राम अयोध्या ठाकुर सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे.