इस क्रम में उन्होंने स्टॉक, पंजी, बिल बुक, स्टॉक आदि का निरीक्षण किया. प्रखंड के किसानों द्वारा निरीक्षण के क्रम में आरोप लगाया गया कि सभी दुकानदार बिचौलियों के माध्यम से चार से पांच सौ रुपये तक प्रति बोरा यूरिया कालाबाजारी में बेचते हैं. जबकि उर्वरक विक्रेताओं का कहना है कि कई किसान यहां से खरीद कर इसकी कालाबाजारी नेपाल के किसानों के हाथ करते हैं.
विक्रेताओं ने आरडीओ श्री राय को बताया कि 298 रुपये प्रति बोरा बिल काटा जाता है. जबकि 330 रुपये स्टॉकिस्टों द्वारा हमलोगों को उपलब्ध कराया जाता है और 360 रुपये प्रति बोरा किसान सलाहकार की पहचान पर किसानों को बेचते हैं. आरडीओ श्री राय ने हिदायत दी कि किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध करायें अन्यथा कार्रवाई की खामियाजा भुगतने को तैयार रहें. खजाैली प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी पंकज कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित करके मंगलवार को खजाैली बाजार स्थित भगवती खाद बीज भंडार दुकान में सैकड़ों किसान को लाइन लगाकर सरकारी दर पारस के नमी कोटेट यूरिया का वितरण करबाया गया. बीएओ श्री कुमार ने बताया कि खजाैली बाजार में जो भी सरकार से निबंधित उर्वरक बिक्रेता को निर्देश दिया है कि यूरिया 50 किलोग्राम 330 रुपयों किसानों के हाथ बचें. यदि कोई भी दुकानदार इस निर्धारित मूल्य से ज्यादा मूल्य पर बेचने वाले उर्वरक दुकानदान को पकड़े जाने पर उनकी दुकान का लाइसेंस रद करते हुए विभागीय कार्रवाई की जायेगी. यह जानकारी बीएओ पंकज कुमार ने दी है.