मधेपुरा : जिला स्तर पर किसानों के अनुदान से लेकर हर योजना के निष्पादन में देरी के बावजूद इसकी गाज कृषि समन्वयकों पर गिरायी जा रही है. मंगलवार को जिला टास्क फोर्स की बैठक में कृषि समन्वयकों द्वारा यह मामला उठाते हुए बैठक का बहिष्कार किया गया. कृषि समन्वयकों का कहना है कि किसानों की समस्या उठाने पर उन्हें झिड़का जाता है. फिल्ड में काम करने के कारण किसानों का दर्द वे जानते हैं. किसानों से सीधा संपर्क रहने के कारण किसान बार-बार उन लोगों से सवाल करते हैं.
इस बाबत कृषि समन्वयकों द्वारा डीएम मो सोहैल को आवेदन सौंप कर बेवजह मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया गया है. आवेदन में कृषि समन्वयकों ने लिखा है कि जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि यांत्रिकीकरण योजना में उपलब्धि कम पाये जाने के कारण बारह कृषि समन्वयकों को स्थानांतरण किया. कृषि विभाग के निर्देश के अनुसार जिला कृषि कार्यालय से लेकर प्रखंड एवं आपूर्तिकर्ता की जिम्मेदारी निर्धारित है. डीएम को दिये आवेदन में कृषि समन्वयकों ने आरोप लगाया है
कि आपूर्ति कर्ता द्वारा गुणवत्तापूर्ण बीज कीटनाशक एवं जैव उर्वरक उपलब्ध नहीं कराया जाता है. शिकायत के बावजूद आज तक विभागीय पदाधिकारी द्वारा समस्या का समाधान नहीं किया गया है.