* जिला मुख्यालय में कोसी आप्थेल्मिक मीट-2013 का शुभारंभ करने आये राज्य के कबिना मंत्री विजेंद्र यादव ने की घोषणा
* कहा, कैबिनेट की बैठक में मिल चुकी है मेडिकल कॉलेज भवन के लिए राशि की स्वीकृति
मधेपुरा : मधेपुरा में मेडिकल कॉलेज के भवन का निर्माण 781 करोड़ की लागत से होगा. इस संबंध में कैबिनेट की बैठक में स्वीकृति दी जा चुकी है. राज्य के ऊर्जा एवं संसदीय कार्य मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने रविवार को जिला मुख्यालय स्थित कला भवन में सातवें कोसी आप्थेल्मिक मीट – 2013 का शुभारंभ करते हुए मौजूद चिकित्सकों से अपने संबोधन में कहा. उन्होंने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज के निर्माण के बाद कोसी क्षेत्र में बेहतरीन चिकित्सा सहज और आम लोगों को मुहैया हो सकेगी.
इस मेडिकल कॉलेज भवन को इस तरह डिजाइन किया जायेगा कि यहां ग्रीन हाउस गैसें नहीं बन सके. गौरतलब है कि मधेपुरा में मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ वर्षो पहले हो चुका है लेकिन स्थायी जगह नहीं होने के कारण यह महज खानापूर्ति बन कर रह गया है. अब इस घोषणा के बाद लोंगों में नयी उम्मीदें जगी हैं. इससे पहले उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया.
उद्घाटन करने वालों में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ मंगतू राम सहित डेलिगेट आदि थे. उदघाटन के बाद आप्थेल्मिक मीट के अध्यक्ष डॉ मिथिलेश कुमार ने सबका स्वागत किया. अपने उदघाटन भाषण में मंत्री विजेंद्र नारायण यादव ने कहा कि पहले लोगों के लिए दुआ बहुत बड़ा सहारा थी.
मेडिकल साइंस ने दवा को इससे काफी ऊपर ला खड़ा किया है. मेडिकल साइंस की तरक्की ने दुनिया में चिकित्सा के नये आयाम खोल दिये हैं. लोगों की औसत आयु बढ़ गयी है. हालांकि पश्चिमी देशों की तुलना में भारत में अभी मेडिकल साइंस की प्रगति की रफ्तार धीमी है. इसका प्रमुख कारण है रिसर्च में कमी और यथास्थितिवाद.
शोध जब तक नहीं होंगे मेडिकल साइंस प्रगति नहीं कर सकता. कोसी आप्थेल्मिक मीट इस दिशा में एक अच्छी पहल है. ऐसे सेमिनार से चिकित्सक नयी तकनीक से परिचित होते हैं जिसका असर उनकी चिकित्सा पर भी पड़ता है. बिहार में अधिक मेडिकल संस्थान खोले जाने की जरूरत है ताकि डॉक्टर को अधिक रिसर्च करने का मौका मिल सके.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं हेल्थ सर्विस बिहार के पूर्व डाइरेक्टर इन चीफ डॉ मंगतू राम ने कहा कि मधेपुरा में सातवें कोसी आप्थेल्मिक मीट का आयोजन होना ऐतिहासिक है. इस कार्यक्रम से कोसी क्षेत्र के चिकित्सकों को काफी लाभ होगा. छोटे-छोटे क्षेत्र में भी साइंटिफिक मीट का आयोजन होना बहुत ही सराहनीय है.
गौरतलब है कि प्रख्यात चिकित्सक मंगतू राम का पैतृक गांव सिंहेश्वर है. कार्यक्रम में कई डाक्टरों ने अपना पेपर प्रस्तुत किया.
बेहतरीन पेपर प्रेजेंटेशन के लिये डॉ पुष्पा को मंगतूराम सम्मान से सम्मानित किया गया. मंत्री विजेंद्र नारायण यादव ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया. मीट के सचिव डा ए के आनंद ने भी इस मौके पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि विषय केंद्रित सम्मेलन होने से चिकित्सकों को काफी जानकारी मिलती है.
वह चिकित्सा जगत में नित्य हो रहे नये परिवर्तन से रूबरू होते हैं और खुद को अपडेट करते हैं. इस अवसर पर राज्य सचिव डॉ नागेंद्र प्रसाद, आइएमए मधेपुरा के अध्यक्ष डा अरुण कुमार मंडल, सचिव डॉ एसएन यादव, डॉ रंजन आनंद, डॉ सुधीर कुमार, डॉ नायडू, डॉ उजित राजा, डॉ आलोक रंजन, डॉ रंजन, डॉ प्रियंवदा, डॉ संजय आदि मौजूद थे.
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में भारतीय जन नाट्य संघ इप्टा की ओर से ‘अपना देश अपना डाक्टर’ लघु नाटक का मंचन किया गया. नाटक के जरिये यह दिखाया गया कि किस तरह से यहां के लोग दूसरे देश में जा कर वहां ठगी का शिकार होते हैं और उनके इलाज में किस तरह कोताही बरती जाती है. जबकि अपने देश में भी एक से एक डाक्टर हैं जो बेहतर इलाज कर सकते हैं. नाटक में सुभाष चंद्र, तुरवसु, मुरारी, शनिउल्लाह, दीपक, सुनित साना, रूपक आदि ने अपने अभिनय से उपस्थित लोगों को वाह-वाह करने पर मजबूर कर दिया.