लखीसराय : रविवार की सुबह बड़ी दरगाह स्थित करबला में नियाज फातिहा के साथ मुहर्रम संपन्न हो गया. सुबह 9.20 बजे तक करबला में बड़ी दरगाह व इंगलिश का निशान व ताजिया का पहलाम हुआ. इसके बाद बड़ी दरगाह व इंगलिश का ताजिया जुलूस बड़ी दरगाह करबला मैदान पहुंचा. इस दौरान सैकड़ों पैकर ने ताजिया को कंधा दिया.
मोहम्मदिया डंके की आवाज व या अली, या हुसैन की सदा से बड़ी दरगाह का इलाका गूंजता रहा. करबला आकर अकीदत मंदों ने या अली, या हुसैन का सदा करते हुए जुलूस का स्वागत किया. करबला जाकर नियाज फातिहा किया गया. इसके बाद सभी लोग अपने अपने इलाके लौट आये. इसके पूर्व शनिवार की देर शाम बड़ी दरगाह व इंगलिश मुहल्ला से अखाड़ा निकला,
जिसे शहर भ्रमण कराया गया. सुबह अखाड़ा पहलाम के लिए बड़ी दरगाह स्थित करबला पहुंचा.चाक चौबंद थी प्रशासनिक व्यवस्था पहलाम को लेकर जिला प्रशासन द्वारा चाक चौबंद व्यवस्था की गयी थी. रविवार की सुबह शहर के बड़ी दरगाह स्थित करबला में पहलाम के दरम्यान एसडीओ अंजनी कुमार व एसडीपीओ पंकज कुमार ने व्यवस्था की कमान संभाल रखी थी. किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी थी.
एसडीओ श्री कुमार खुद मुहर्रम कमेटी के लोगों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे. मौके पर टाउन थानाध्यक्ष राजेश रंजन, कवैया थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार, रामगढ़ चौक थानाध्यक्ष राज कुमार प्रसाद सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे.देर रात तक खेला गया अखाड़ाशहर के विभिन्न टोले मुहल्ले में मुहर्रम पर देर रात तक अखाड़ा खेला गया. लोगों ने तलवार बाजी, भाले बाजी सहित अन्य परंपरागत हथियारों से खेल प्रस्तुति की. तलबार बाजी के साथ सिर पर रख कर ट्यूब लाइट फोड़ना, आंख बंद कर बोतल तोड़ना जैसे हैरत अंगेज करतब देख लोग हैरान थे. करतब देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही. विभिन्न मुहल्लों की कमेटियां अपने अखाड़ा टीम के साथ देर रात तक प्रदर्शन करती रही.