पाठामारी : नावडुब्बा, पाठामारी, धोबीभीट्ठा, शेरशाहवादी आदि गांव में चेचक ने अपना पांव पसार दिया है . लोग इससे ग्रस्त होकर बीमार पड़ रहे है. चेचक जिसे अंग्रेजी में स्मॉल पौक्स और गांव के ग्रामीण इसे माता की बीमारी कहते है जिसमें रोगी को तेज बुखार के साथ चेहरे सहित पूरे शरीर पर छोटे व बड़े दाने हो जाते है और रोगी को खाने की इच्छा खत्म हो जाती है. इन्हीं सब लक्षणें के साथ इन दिनों क्षेत्र के ग्रामीण ग्रसित है. बीमार पड़ रहे है.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर कुमार संभव ने बताया कि चेचक मौसम में हो रहे परिवर्तन के सीजन में कई जगहों पर फैलता है इससे डरने की बात नहीं है. इसका उपचार उनके केंद्र पर उपलब्ध है. एनहीवॉयोटिक दवाएं इस बीमारी में मरीज को दी जाती है. कई गांव में इस बीमारी के फैल जाने की बात पूछने पर उन्होंने कहा कि पीएचसी पर इस तरह के तीन चार मरीज ही इलाज कराने आये है और उन्हें समुचित इलाज व दवाई प्रदान की गयी है.